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मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) यानि एमपी बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षा में इस साल करीब 17 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। बोर्ड की परीक्षाओं के लिए प्रदेश में 3800 केंद्र बनाए गए हैं। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या नकल रोकने के लिए पर्यवेक्षकों की टीम बनाई गई है। इस टीम में सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी भी शामिल किए गए हैं। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के लिए बोर्ड ने गाइडलाइन जारी की है।
बोर्ड ने संवेदनशील व अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की वीडियोग्राफी कराने की भी व्यवस्था की है। भोपाल जिले में ऐसे 106 परीक्षा केंद्र हैं। गड़बड़ी रोकने के लिए इन केंद्रों पर नियमित रूप से उडऩदस्ता भी भेजे जाएंगे।
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गणित, अंग्रेजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री के पेपर के दिन निगरानी पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इन सभी विषयों के पेपर के दिन परीक्षा केंद्रों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। जरा सी हरकत भी स्टूडेंट को भारी पड़ सकती है। इस संबंध में केंद्राध्यक्षों, सहायक केंद्राध्यक्षों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस थानों में रखे प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्रों पर लाने वाले कलेक्टर प्रतिनिधि की इस बार मोबाइल एप से हाजिरी लगाई जाएगी। प्रश्रपत्रों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए बोर्ड ने यह व्यवस्था की है। केंद्राध्यक्ष व कलेक्टर प्रतिनिधि द्वारा थानों से संयुक्त रुप से पेपर निकालने का प्रावधान है लेकिन कलेक्टर प्रतिनिधि प्राय: थानों में पहुंचते ही नहीं है। यही वजह है कि बोर्ड ने इस बार कलेक्टर प्रतिनिधि की मोबाइल एप पर उपस्थिति अनिवार्य कर दी है।