वहीं, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि प्रदेश के पोल्ट्री फार्मों और बैकयार्ड कुक्कुट में किसी प्रकार से मुर्गियों में अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना नहीं मिली है। इसलिये माँस की दुकानों पर बिक्री संबंधित कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। ये दुकानें पूर्ण सावधानी एवं सतर्कता के साथ यथावत खुली रहेंगी। सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये गये हैं कि कुक्कुट-पालकों और व्यावसाइयों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू से बचाव, पोल्ट्री फार्मों में साफ-सफाई और जन-सामान्य को कुक्कुट उत्पादों को अच्छी तरह से पकाकर उपयोग में लाने की जानकारी दें।
कुछ जिलों में कौवों की मृत्यु का समाचार मिलने पर सैम्पल एकत्रीकरण और रोग की रोकथाम और नियंत्रण के लिये कार्रवाई की गई।
बर्ड फ्लू रोग उदभेद करने वाले जिलों में कलेक्टर मार्गदर्शन में पशुपालन, वन, स्वास्थ्य और स्थानीय निकाय के सम्नवित प्रयासों से जरूरी कार्यवाही तत्काल की गई है। भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुसार सतर्कता रखी जा रही है।
वर्तमान में सिर्फ कौवों में बर्ड फ्लू के H5N8 वायरस के संक्रमण की जानकारी मिली है। यह वायरस मुर्गियों में नहीं पाया गया है।
जिलों में विभागीय दल जलाशयों, कुक्कुट प्रक्षेत्रों, कुक्कुट बाजारों में सघन निगरानी रख रहा है।
बर्ड फ्लू संदर्भ में जन जागरूकता के लिये कुक्कुट पालकों और व्यवसायियों को इस रोग से बचाव के लिये आवश्यक जानकारियां दी की जा रही है।
मध्यप्रदेश के जिलों में पोल्ट्री फार्म और बैकयार्ड कुक्कुट में किसी भी प्रकार से मुर्गियों में अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। जिलों में पशुपालन विभाग का अमला संपूर्ण सतर्कता बरत रहा है।
कौवों या मुर्गियों में बीमारी या अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल सैंपल एकत्र कर प्रयोगशाला भेजने की कार्यवाही की जाती है। संक्रमित स्थान का डिस इन्फेक्शन और सैनिटाइजेशन जिले के स्थानीय निकाय के सहयोग से किया जाता है। इस प्रोटोकाल से सर्व संबंधितों को अवगत करवाया गया है।
जो लोग मांसाहार करते हैं, उनके लिए यह सावधानी जरूरी है कि मुर्गियों को अच्छे से पका कर उपयोग करें, इससे मानव स्वास्थ्य को किसी प्रकार का खतरा नहीं है, अभी तक ऐसा कोई प्रकरण भी नहीं आया है, परंतु सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता है।