मध्यप्रदेश कांग्रेस में जो कुछ भी चल रहा है, उससे सोनिया गांधी बेहद ही नाराज हैं। पिछले दिनों जब मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने उनसे मुलाकात की थी तो उन्होंने कहा था कि सोनिया गांधी पूरे प्रकरण से बेहद ही खफा है। ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के लोगों ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनवाने के लिए खूब तिकड़मबाजी की। इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस पूरे प्रकरण में सिंधिया का भी नाम है और इस कारण सोनिया गांधी उनसे नाराज हैं।
अगर वाकई सोनिया गांधी नाराज हैं तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। शायद प्रदेश अध्यक्ष पद की लालसा पाले बैठे सिंधिया को सोनिया झटका दे सकती हैं। क्योंकि सोनिया गांधी नहीं चाहती हैं कि सिंधिया को जिम्मेवारी देकर प्रदेश में कोई नया बखेड़ा खड़ा करें। इसलिए वह मध्यप्रदेश में कांग्रेस में शांति का इंतजार कर रही हैं। सब कुछ शांत होने के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष को लेकर फैसला करेंगी। फिलहाल कमलनाथ ही इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं।
दरअसल, सोनिया गांधी ने दिल्ली में 12 सितंबर को सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में शामिल होने सीएम कमलनाथ भी जाएंगे। अब खबर आ रही है कि मध्यप्रदेश के तीन बड़े नेताओं से सोनिया गांधी एक साथ मुलाकात करेंगी। जिसमें दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल रहेंगे। सभी को एक साथ रखकर सोनिया गांधी तमाम विवादों पर चर्चा करेंगी।