इसमें सुनवाई होगी और नहीं सुनने वाले अफसरों से शिकायत करने वाले लोगों का मंत्रियों द्वारा आमना-सामना कराया जाएगा। ये दो दिन सोमवार से बुधवार के बीच कोई भी हो सकते हैं।
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भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी का कहना है, दो दिन प्रवास की रूपरेखा प्रस्तावित की गई है। आम जनता और कई पदाधिकारियों की तरह कुछ मंत्री भी यह कहते रहे हैं कि कुछ अफसर सहयोग नहीं करते। सूत्र बताते हैं, सप्ताह में दो दिन राजधानी
भोपाल में मंत्रियों के दरबार लगने से मंत्री ऐसे अफसरों को तलब करेंगे जो उनके काम की अनदेखी कर रहे हैं। फिर भी सहयोग न करने पर सरकार को बताएंगे।
दो मॉडल तैयार
मोहन सरकार के 8 माह हो चुके हैं। काम न होने से जनता व संगठन के पदाधिकारियों की अपेक्षा है कि उनकी सुनवाई हो। सत्ता व संगठन इसे स्वीकार नहीं कर रहा, पर यह कई मंचों पर आ चुकी है। इसे खत्म करने सत्ता व संगठन ने दो मॉडल बनाए हैं। पहला, सप्ताह के सभी दिन मंत्री-अफसरों के सामने सुनवाई हो, दूसरा मंत्री दो दिन राजधानी में रहें।