पुलिस आरोपी को किराए पर छात्रावास के लिए मकान देने वालों पर भी केस दर्ज करेगी। इंदौर पुलिस के अनुसार धार की मूक-बधिर युवती शनिवार रात हीरा नगर थाने पहुंची। पीडि़ता ने अक्टूबर 2017 में अश्विनी के हॉस्टल में रहकर आइटीआइ की पढ़ाई की थी। वह डरा-धमकाकर युवतियों से दुष्कर्म करता रहा। एसआइटी अश्विनी के मोबाइल के वीडियो, फोटो, कॉल डिटेल खंगाल रही है। वहीं, इंदौर में ही छेड़छाड़ मामले में दो मूक-बधिर बहनों के शनिवार को अदालत में धारा 164 के बयान हुए।
दस्तावेज छीनकर रख लेता था अपने पास पुलिस पूछताछ में छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा की करतूतों के चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि छात्रावास में युवतियों को जैसे ही नींद आती थी, वह चुपके से उन पर नशीले स्प्रे छिड़कता था। फिर वह अद्र्ध बेहोशी की स्थिति में उन्हें मोबाइल फोन में पोर्न वीडियो दिखाकर यौनशोषण करता था। हालांकि इस करतूत की जानकारी पीडि़ताओं को अब तक नहीं हो सकी है।
भोपाल के अवधपुरी क्षेत्र में छात्रावास चलाने वाले अश्विनी के खिलाफ एसआइटी ने 12 बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। आरोपी अश्विनी सोमवार तक पुलिस रिमांड पर है। उससे लगातार पूछताछ हो रही है। अश्विनी छात्रावास में रहने वाली युवतियों के मूल दस्तावेज छीन लेता था। पढ़ाई पूरी होने के बाद भी वह दस्तावेजों के लिए युवतियों को खुद के पास आने को मजबूर करता था। धार की दुष्कर्म पीडि़ता के दस्तावेज उसी के पास हैं। पुलिस ने एफआईआर में जाति प्रमाण पत्र मांगा, तब इस बात का खुलासा हुआ।
ऐसी सरकार को रहने का हक नहीं : सिंधिया
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर में कहा, ऐसी घटनाओं से प्रदेश कलंकित हो रहा है। महिलाओं में असुरक्षा का माहौल है। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। उधर, कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने भोपाल में आरोप लगाया कि आरोपी अश्विनी शर्मा के संबंध भाजपा और आरएसएस से रहे हैं। प्रेस कान्फे्रंस में वीडियो भी जारी किया, जिसमें आरोपी अश्विनी सीएम के पैर छू रहा है।
आयुर्वेद कॉलेज में यौन शोषण के आरोप पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद महाविद्यालय की छात्राओं ने आयुष विभाग में उप संचालक पद पर पदस्थ महिला अधिकारी पर यौन शोषण के लिए उकसाने के आरोप लगाए हैं। अपर मुख्य सचिव आयुष शिखा दुबे को भेजी गई शिकायती चि_ी में तीन छात्राओं के नाम हैं। इस मामले की जानकारी जुटाई तो पता चला कि कॉलेज में इस नाम की छात्राएं नहीं हैं। शिखा दुबे ने जांच के निर्देश दिए हैं।