भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के छोटे तालाब में कचरा साफ कर रही मलेशिया की बनी हुई मशीन पलट गई। हालांकि गंदगी साफ कर रही मशीन के पलटने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। बताया जा रहा है कि गुरूवार की सुबह छोटी झील का कचरा साफ करने के लिए अत्याधुनिक एंफीबियस एक्सकेवेटर मशीन तालाब में उतरी गई थी। कचरे में मशीन फसने से मशीन तालाब में ही पटल गई। जिसके बाद छोटे तालाब के संरक्षण में लगे कर्मचारियों ने मशीन को बाहर निकाला।
झील संरक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी संतोष गुप्ता ने बताया कि मलेशिया में इन मशीनों की कीमत करीब सात करोड़ रुपए है। ये मशीनें तालाब की जलकुंभी जलीय वनस्पति को साफ करने के लिए लगायी जाती है। छोटा तालाब पर्यटन की दृष्टि से महात्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यहां हर दिन सैकड़ों लोग घूमने के लिए आते है। तालाब में गंदगी साफ करने के लिए प्रशासन हर दिन सफाई करता है।
उम्मीद थी नम्बर वन की नगर निगम अफसरों को वर्ष 2017 की रैकिंग में निगम टॉप 10 शहरों में शामिल होने की उम्मीद थी। ओडीएफ के साथ ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के साथ ही शहर में साफ सफाई और प्रचार प्रसार में बेहतन अंक मिले। गौरतलब है कि इससे पहले भोपाल स्वच्छता सर्वे में 21वें नंबर पर था। इस बार भोपाल को नम्बर वन बनाने की कवायद चल रही है।
निलंबित करने का निर्देश वहीं इसके पहले महापौर आलोक शर्मा ने पुराने भोपाल इलाके में गंदगी का औचक निरीक्षण करके खुद कूडे के डेर को साफ करने के स्वच्छता का संदेश दिया था। साथ ही निगम कर्मचारियों के लापरवाही करने वाले कर्मचारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था। महापौर का कहना है कि इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में भोपाल को नंबर वन बनाना है। इसके लिए पूरे भोपाल में हो रही गंदगी को साफ किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हुए थे सख्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वच्छ भारत अभियान पर जोर देते हुए हर सरकारी और निजी कर्मचारी को इससे जुडऩे की सलाह दी है। खासतौर पर बच्चों को प्रशिक्षित किय जा रहा है कि वे भोपाल को साफ और सुंदर बनाने के लिए अपने बड़ों से आग्रह करें और सफाई का महत्व खुद भी समझें।