हालांकि अभी ये यूनिटें कौन सी होगी? यह तय नहीं हुआ है, लेकिन भेल कर्मियों ने इन तीनों में से भेल भोपाल यूनिट को शामिल करने की मांग की है। यह मांग भेल नगर सलाहकार समिति की बैठक में इंटक के एडवाइजरी मेम्बर के सदस्य दीपक गुप्ता ने उठाई है। बैठक में गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार की योजना के तहत भेल कार्पोरेट प्रबंधन ने स्मार्ट सिटी बनाने का जो निर्णय लिया है, उसमें भेल भोपाल को शामिल किया जाएं। क्योंकि स्मार्ट सिटी बनाने के जो इफ्रास्ट्रक्चर चाहिए, वह भेल भोपाल में है। उन्होंने कहा कि भेल भोपाल में जमीन, पानी, पर्याप्त बिजली समेत सभी साधन है।
भोपाल यूनिट भेल की 14 में से सबसे अधिक प्रॉफिट में है। गुप्ता ने बैठक में बताया कि भेल का स्थानीय प्रबंधन इस संबंध में यूनियनों की ओर से स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव पत्र बनाकर कार्पोरेट प्रंबधन को भेजे। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने भी इस पर सहमति जताते हुए इसके लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया।
बीएमएस के बहिष्कार के बाद भी बैठक में हुई समस्याओं पर चर्चा
टाउन एडवाइजरी कमेटी की बैठक का भले ही बीएमएस ने बहिष्कार कर दिया, लेकिन इंटक और ऐबू के प्रतिनिधियों के साथ प्रबंधन ने बैठक लेकर टाउनशिप की समस्याओं पर चर्चा की। ऐबू ने पानी और बिजली के संकट के मुद्दे को उठाया। बैठक में बिजली चोरी रोकने, हाट बाजारों में सब्जी नीलामी कार्य के टेंडर करने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। उधर बीएमएस का कहना है कि 10 माह पहले हुई बैठक में बीएमएस प्रतिनिधि द्वारा उठाए मुद्दे पर कोई ठोस कार्य नही किया गया है। इसलिए बैठक का बहिष्कार किया गया है। बैठक में इंटक के सदस्य दीपक गुप्ता, शाहिद अली, सुशील सपकाल, प्रदीप कुशवाहा और ऐबू के राजेश पाटकर के अलावा प्रबंधन की और से जीएम डीडी पाठक, अनिश वाष्र्णेय, एजीएम अनंत टोप्पो, एम इसादोर और आलोक सेंगर मौजूद थे।
भेल प्रबंधन ने तीन यूनिटों को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया है। भेल भोपाल यूनिट को शामिल करने को लेकर एडवाइजरी कमेटी की बैठक में यूनियनों ने जो मांग रखी है। उसे स्थानीय प्रबंधन दिल्ली कार्पोरेट को अवगत कराएगा। स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने से इस क्षेत्र का बेहतर विकास हो सकेगा।
-विनोदानंद झा, प्रवक्ता, भेल