जमीन की कीमत 45 लाख थी
सूत्रों के मुताबिक दाडमी देवी गढ़ा गांव में जमीन लेने का मन बना रही थी। इसी सिलसिले में वे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग से मिली। जिसके बाद सारी बातें हुई और 30 गुणा 50 वर्गफीट जमीन लेने का फैसला हुआ। दाडमी देवी के अनुसार जमीन की कीमत 45 लाख थी। उन्होंने अब तक 55 लाख रुपए नकद दिए लेकिन उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया। वहीं रजिस्ट्री में 49 लाख लिखे हुए हैं। जिसके बाद उन्होंने दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम नरेंद्र शर्मा को रुपए दिए हैं। दाडमी देवी ने आरोप लगाया है कि लगातार पैसे देने के बाद भी और पैसे मांगे जा रहे हैं। हालांकि इस पूरे मामाले की आधिकारिक कोई भी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
छोटे भाई ने की थी मारपीट
इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिग राम गर्ग भी विवादों में आ चुके है। शालिग राम गर्ग ने सागर रोड पर स्थित मुगवारी टोल प्लाजा से अपने 10 अन्य साथियों के साथ छतरपुर की ओर आ रहे थे। टोल प्लाजा कर्मियों ने जब उनकी गाड़ी रोकी, जिससे शालिग राम गुस्सा हो गए और अपने साथियों के साथ मिलकर टोल कर्मचारियों से मारपीट कर दी। इसके बाद सभी मौके से फरार हो गए।