अमित शाह के सामने शिवराज ने रैली को संबोधित किया। शिवराज ने इस दौरान मध्यप्रदेश में शराब की उप दुकान खोले जाने को लेकर कमलनाथ पर निशाना साधा। शिवराज सिंह के भाषण पर जानकारों का कहना है कि उन्होंने अमित शाह की मौजूदगी में कमलनाथ पर हमला बोल कर पार्टी के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस को भी ये बताया कि वो मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं और प्रदेश की सियासत से बाहर नहीं जा रहे हैं। वहीं, अमित शाह ने भी शिवराज सिंह चौहान की मंच से तारीफ कर ये बताने की कोशिश की है कि मध्यप्रदेश में शिवराज की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है।
शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ सरकार के खिलाफ हमलावर हैं। सोशल मीडिया में भी सरकार की नीतियों के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान- शराब की उपदुकान खोलने के खिलाफ सबसे पहले आगे आए। उन्होंने इसके लिए कमलनाथ को पत्र भी लिखा। किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर शिवराज सबसे आगे रहे और अब कानून व्यवस्था को लेकर कमलनाथ सरकार पर हमलावर हैं। दमोह की एक सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह बोले- गेहूं और धान पर बोनस देने और वचन पत्र में किसानों का 2 लाख रुपए तक कर्ज माफ करने का वादा था, किसान आज भी दर-दर भटक रहे हैं, आज तक उनका कर्जा माफ नहीं हुआ। किसानों के साथ छल करने वाली मध्यप्रदेश सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर ठगा है। इतना ही नहीं, यह बेईमान सरकार गरीबों के अंतिम संस्कार के 5 हज़ार रुपए तक खा गई।
जानकारों के अनुसार, शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश की कमल नाथ सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। एक तरफ पूरी भाजपा तो दूसरी तरफ शिवराज सिंह अकेले ही मोर्चा संभाले हुए हैं। मध्यप्रदेश में अगर सत्ता पक्ष के लिए कोई चुनौती है तो वो हैं शिवराज सिंह चौहान।
अमित शाह ने रैली में कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान शाह ने पार्टी नेताओं में केवल शिवराज सिंह चौहान का ही नाम लिया। अमित शाह ने कहा- जनता शिवराज सिंह चौहान की सरकार को याद कर रही है। जनता गलती एक बार ही करती है। जानकारों का कहना है कि अमित शाह ने ये बताने की कोशिश की है कि शिवराज सिंह चौहान लगातार कमलनाथ सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करते रहेंगे।