जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल में आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान बैरागढ़ कलां निवासी ठेकेदार किशोर जाटव (40) ने जब पूरा परिवार सुबह 6 बजे सोकर उठा, पूरे परिवार को कीटनाशक पिला दिया और खुद भी पीकर आत्महत्या का प्रयास किया, उसने कीटनाशक पीने के बाद अपने भांजे दीपक को फोन कर बताया कि उसने पूरे परिवार सहित जहर खा लिया है अलविदा। इतना बोलकर उसने तुरंत फोन काट दिया, जानकारी मिलते ही एंबुलेंस की मदद से सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां ठेकेदार की छोटी बेटी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, वहीं बड़ी बेटी ने इस मामले में पिता द्वारा जहर पिलाने की पूरी कहानी बताई।
कर्ज के कारण परेशान था ठेकेदार
बताया जा रहा है कि ठेकेदार आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान था, इस कारण ये कदम उठाया है, हालांकि उसने किसी बैंक आदि से कोई कर्जा नहीं लिया था, उसने प्राइवेट रूप से लोगों से कर्जा ले रखा था, लेकिन किससे कितना लिया, इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया। बताया जा रहा है कि कर्ज वापस करने को लेकर बन रहे दबाव के कारण भी वह परेशान था। इस मामले में किशोर जाटव के बड़े भाई ने बताया कि उसके छोटे भाई ने कुछ दिन पहले बताया था कि कुछ लेनदेन है, लेकिन किसी का नाम नहीं बताया, इसी कारण से उसने यह कदम उठाया है। भांजे दीपक ने बताया कि मामा का फोन सुबह ६ बजकर ७ मिनट पर आया और वे बोले आखिरी दुआ सलाम, मैंने पूछा क्या हुआ तो बोले-मैंने बच्चों को पॉइजन दे दिया है।
जानकारी मिलने के बाद किशोर जाटव, उनकी पत्नी सीता जाटव, बेटी कंचन, अनु, पूर्वा और बेटे अभय सभी को इलाज के लिए हमीदिया हॉस्पिटल लाया गया, जहां छोटी बेटी पूर्वा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, 10 वर्षीय बेटी अनु एवं 8 वर्षीय बेटी पूर्वा की हालत बेहद गंभीर थी, इस कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था, जिसमें छोटी बेटी की मौत हो गई है।
बेटी ने बताया पिता ने पिलाया जहर
इस मामले में पुलिस द्वारा लिए गए बयान में बड़ी बेटी ने बताया कि हम लोगों को उठाकर पिता ने दूध पिलाया, हम समझ नहीं पाए क्या है, फिर हम बेहोश से होने लगे, इसके बाद हमें अस्पताल लाया गया, बेटी ने बताया कि पिता ने दूध में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया, वहीं खुद किशोर जाटव ने बताया कि वह कर्ज से परेशान था, कर्ज के कारण मिल रही प्रताडऩा के चलते उसने ये कदम उठाया, पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।