मान्यता निरस्त किये जाने वाले अस्पतालों में प्रदेश की राजधानी भोपाल के 21 अस्पताल, जबलपुर के 33 अस्पताल और ग्वालियर के 19 अस्पताल शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार अस्पतालों में हो रही गड़बड़ी और लापरवाही पर निगरानी रख रहा है। साथ ही, नियमों की अनदेखी करते हुए मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध लगातार कारर्वाई की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर जिले में एक डॉक्टर और नगर निगम के फायर ऑफिसर, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। इनमें जहां भी गड़बड़ियां पाई गई, वहां पर तत्काल प्रभाव से मान्यताएं निरस्त की जा रही हैं।
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इन अस्पतालों पर गिरी गाज
स्वास्थ विभाग द्वारा भोपाल के गांगुली मेट्रो सिटी हॉस्पिटल, सज्जाद नर्सिंग होम, विहान पैलिएटिव नर्सिंग होम, देव श्री हॉस्पिटल, मेघा नर्सिंग होम, न्यू आयुष्मान हॉस्पिटल, मिलेनियम हॉस्पिटल, केएनपी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, उज्जवल नर्सिंग होम, प्रयास बर्न एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वैष्णो हॉस्पिटल, RRS हॉस्पिटल बंगरसिया हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर समेत 19 अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी है।
इन जिलों में की गई कारर्वाई
भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर के अलावा प्रदेश के बालाघाट, गुना, बड़वानी, शिवपुरी, उज्जैन, रतलाम, शहडोल, डिंडोरी, छतरपुर, बैतूल, हरदा, रायसेन में एक-एक अस्पताल का पंजीयन निरस्त हुआ है। इसके साथ, ही टेम्परेरी एनओसी (NOC) नहीं होने पर भी कई अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है।