बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस उपचुनाव में किसी एक या दो नेता की नहीं बल्कि भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं की प्रतिष्ठा दांव परलगी हुई है। यह केवल मंत्रियों की अग्नि परीक्षा नहीं बल्कि बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता की अग्निपरीक्षा है, क्योंकि बीजेपी में व्यक्तिगत कुछ नहीं होता है जो होता है सामूहिक होता है।
28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है। लेकिन सिंधिया समर्थक नेताओं के टिकट तय माने जा रहे हैं। शिवराज सरकार के 14 मंत्री ऐसे हैं जो अभी विधायक नहीं हैं। ऐसे में इन मंत्रियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर है।
डॉ प्रभुराम चौधरी- सांची से संभावित उम्मीदवार- स्वास्थ्य मंत्री
गिर्राज दंडोतिया- दिमनी से संभावित उम्मीदवार- कृषि राज्य मंत्री
ऐंदल सिंह कंसाना- सुमावली से संभावित उम्मीदवार- पीएचई मंत्री
सुरेश धाकड़- पोहरी से संभावित उम्मीदवार- पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री
ओपीएस भदौरिया- महेगांव से संभावित उम्मीदवार- नगरीय विकास एव आवास राज्यमंत्री
महेंद्र सिंह सिसोदिया- बमोरी से संभावित उम्मीदवार- पंचायत और ग्रामीण विकास
इमरती देवी- डबरा से संभावित उम्मीदवार- महिला एवं बाल विकास मंत्री
प्रद्युम्न सिंह तोमर- ग्वालियर से संभावित उम्मीदवार- ऊर्जा मंत्री
भारत सिंह कुशवाह- ग्वालियर देहात से संभावित उम्मीदवार- उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), नर्मदा घाटी विकास
गोविंद सिंह राजपूत- सुरखी से संभावित उम्मीदवार- राजस्व एवं परिवहन मंत्री
बिसाहूलाल सिंह- अनुपपूर से संभावित उम्मीदवार- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण
हरदीप सिंह डंग- सुवासरा से संभावित उम्मीदवार- नवीन एवं नवकरणीय उर्जा, पर्यावरण
राजवर्धन सिंह दत्तीगांव- बदनावर से संभावित उम्मीदवार- औद्योगिकी निति एवं निवेश प्रोत्साहन