अगस्त में भिवाड़ी संभाग को 114 करोड़ एसजीएसटी प्राप्त हुआ है। अप्रेल में 115, मई में 140, जून में 124 करोड़ और जुलाई में 124 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस तरह चालू वित्तीय वर्ष की पहले पांच महीनों में एसजीएसटी प्राप्ति में उतार-चढ़ाव का ग्राफ देखने को मिल रहा है। गत वर्ष अगस्त में 118 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह वैट में भी अगस्त महीने में 106 करोड़ का राजस्व मिला है। अप्रेल में 75 करोड़, मई में 133 करोड़, जून में 127 करोड़ और जुलाई में 104 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। वैट को भी देखें तो गत वर्ष 99 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। वैट में भी सात करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है।
15 फीसदी की वृद्धि
चालू वित्तीय वर्ष के पांच महीने और गत वर्ष की समान अवधि की तुलना करें तो भिवाड़ी में राजस्व अर्जन की दर 15 फीसदी बढ़ रही है। चालू वित्तीय वर्ष के पांच महीनों में 618 करोड़ एसजीएसटी प्राप्त हुआ है, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 537 करोड़ रुपए था। चालू वित्तीय वर्ष में पांच महीने में 81 करोड़ अधिक राजस्व मिलाह ै। जो कि 15 फीसदी अधिक है। वहीं वैट की बात करें तो चालू वित्तीय वर्ष के पांच महीने में 547 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 496 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे।
उद्योग क्षेत्र की दमदारी
राजस्व प्राप्ति के आंकड़ों से पता चलता है कि उद्योग क्षेत्र में अच्छा उत्पादन हो रहा है। फैक्ट्रियों से निकले उत्पादों की बाजार में अच्छी खपत हो रही है। मांग और आपूर्ति बराबर चलने से राजस्व में वृद्धि दर्ज हो रही है।
राजस्व वृद्धि के लिए फेक, बोगस करदता की पहचान के लिए अभियान चलाया है। ट्रांसपोर्ट जांच और ई-वे बिल वेरिफिकेशन कर रहे हैं। कर अपवंचन में लिप्त करदाताओं की जांच कर प्रभावी सर्वेक्षण किए जा रहे हैं। विभाग की ओर से मिलने वाले बिजनेस ऑडिट, स्क्रूटनी पर भी विशेष कार्रवाई कर राजस्व वृद्धि के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रामप्रसाद, अतिरिक्त आयुक्त प्रशासन, भिवाड़ी संभाग