घूमकर निकल रहे वाहन
बायपास की दर्जनों सोसायटी, बाजार, भगत ङ्क्षसह कॉलोनी को भिवाड़ी, नीलम, चौक, अजंता चौक एवं उद्योग क्षेत्र से जोडऩे वाले तीन मार्ग हैं। रेवाड़ी-पलवल हाईवे 19 अगस्त 2013 से ही बंद है। सीईटीपी से नगीना गार्डन होते हुए भगत सिंह कॉलोनी जाने वाले रास्ते पर प्रशासन ने सीईटीपी से पानी निकासी के लिए रोड पार कर पाइप लाइन डाली हुई है, आगे चलकर बीडा के पीछे वाले रोड पर जलभराव है। मंशा चौक से पुराने आरटीओ कार्यालय होते हुए जलदाय कार्यालय को जाने वाले रोड पर भी जलभराव है। इस तरह बायपास को जाने वाले तीनों मुख्य मार्ग बाधित हैं। इस मजबूरी में वाहन चालकों को मंशा चौक से खिजूरीबास टोल होते हुए बायपास पर आना पड़ रहा है। इसमें करीब आठ दस किमी की अधिक दूरी पड़ रही है। जयपुर-दिल्ली से धारूहेड़ा होकर भिवाड़ी आने वाले वाहनों को भी अब कापड़ीबास मिनी हाईवे से होकर भिवाड़ी मोड आना पड़ रहा है। इस तरह जलभराव से चारों तरफ डायवर्जन की स्थिति बन गई है।
एक साल पहले एक महीने तक लगातार जलभराव
गत वर्ष 19 अगस्त को धारूहेड़ा तिराहा अलवर बायपास पर जलभराव से हालात विकट हो गए थे। पानी आवासीय सोसायटी, घर और दुकानों के अंदर घुस गया। 28 दिन तक जलभराव रहा। तब 29 वें दिन जाकर प्रशासन की मेहनत सफल हुई थी। रेवाड़ी-पलवल हाईवे को सूखाने के लिए एक निजी भूमि को किराए पर लिया गया था, उसमें गड्डा खोदकर पानी पंप किया गया था। बाद में पानी भगत सिंह कॉलोनी की तरफ नहीं आए इसके लिए रेवाड़ी-पलवल हाईवे और मेगा हाईवे के बॉर्डर पर मिट्टी की दीवार बनाई गई थी।
बीडा परिसर में चार घंटे धरना
बायपास पर जलभराव के विरोध में कांग्रेस नेता इमरान खान ने समर्थकों के साथ बीडा कार्यालय में चार घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। इससे पूर्व उन्होंने समर्थकों के साथ जलभराव क्षेत्र की स्थिति देखी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि नगर परिषद बोर्ड, विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री, राजस्थान, हरियाणा और केंद्र में एक ही पार्टी की सरकार है, इसके बावजूद जलभराव का निराकरण नहीं हो रहा। बायपास के लोग घरों में कैद हैं, उनका व्यापार चौपट हो चुका है। भिवाड़ी के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। बीडा सीईओ के धरना स्थल पर नहीं पहुंचने पर आक्रोशित जनों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद दोपहर दो बजे बीडा सीईओ धरना स्थल पर ज्ञापन लेने पहुंची तब जाकर प्रदर्शन समाप्त हुआ। बीडा सीईओ ने जलभराव दूर करने के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।