प्रदेश के भिंड में चंबल नदी पर प्रस्तावित केबल ब्रिज को वन विभाग की बहुप्रतीक्षित NOC मिल गई है। इसी के साथ मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले चंबल सिग्नेचर ब्रिज Chambal River Signature Bridge यानि केबल ब्रिज निर्माण की राह खुल गई है। अक्टूबर में ब्रिज निर्माण शुरू हो जाएगा।
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एमपी के भिंड से यूपी में एंट्री करने के लिए बना करीब 5 दशक पुराना चंबल पुल जर्जर हो चुका है। इसे देखते हुए दो साल पहले भिंड के बरही में नए सिग्नेचर ब्रिज (केबल हैंगिंग ब्रिज) बनाने का ऐलान किया गया था। ब्रिज को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकृति दे दी थी लेकिन वन विभाग की एनओसी अटक गई। अब वन विभाग की मंजूरी भी मिल गई है।
इसी के साथ एचएचएआई NHAI ने पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रोजेक्ट से जुड़े NHAI के एई गौरव सिंह बताते हैं कि यह केबल ब्रिज मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसमें घुमाव नहीं रहेगा, यह पुल बिल्कुल सीधा होगा।
केबल ब्रिज की अनुमानित लागत 130 करोड़ रखी गई थी अब लेकिन इसमें कई गुना वृद्धि होने की बात कही जा रही है। केबल ब्रिज का नया अनुमानित बजट 300 करोड़ बताया जा रहा है। यह केबल ब्रिज करीब 1400 मीटर लंबा फोरलेन ब्रिज होगा। ब्रिज 46 फीट चौड़ा होगा। यह ब्रिज स्पैन केबल से बनाया जाएगा। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ब्रिज का निर्माण शुरु हो जाएगा।