भिंड में अटेर जैतपुर घाट पर चंबल पर नया पुल बनाया गया है। पुल से कई दिनों से कार—बाइक निकाली जा रही थी। रविवार से नए पुल से भारी वाहन भी निकलना शुरू हो गए। भिंड से इटावा मार्ग पर बना चंबल पुल टूट गया था जिसके कारण यहां से कई माह से भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। ऐसे में नए चंबल पुल के चालू हो जाने से वाहन चालकों को
बड़ी राहत मिली है।
अटेर जैतपुर घाट पर चंबल नदी पर पुल तो पूरा तैयार हो गया है लेकिन एप्रोच रोड का काम अभी भी चल रहा है। पुल के दोनों ओर एप्रोच रोड बनाई जा रही है। नए पुल से करीब एक पखवाड़े से कार—बाइक निकल रहीं हैं, रविवार को यहां से भारी वाहन भी निकाले जाने लगे हैं।
नए चंबल पुल से जहां यूपी से एमपी का सीधा कनेक्शन हो गया है वहीं भिंड से आगरा और पास आ गया है। अभी भिंड से आगरा 150 किमी है। चंबल का नया पुल चालू हो जाने से यह दूरी घटकर 110 किमी रह गई है। इस तरह नए पुल ने आगरी की दूरी 40 किमी कम कर दी है।
गौरतलब है कि भिंड इटावा मार्ग पर बरही का चंबल पुल भारी वाहनों के लिए बंद है। बड़े वाहनों के लिए बरही का चंबल पुल पिछले साल 8 जून से बंद पड़ा है। इस कारण वाहन चालकों को इटावा घूम कर जाना पड़ रहा था। अटेर जैतपुर घाट पर नया पुल चालू हो जाने से वाहन चालकों को काफी राहत मिल गई है।
भिंड जिला मुख्यालय से अटेर होकर करीब 35 किमी दूर चंबल नदी के इस पुल के चालू हो जाने से आगरा के साथ ही दिल्ली, मथुरा, फिरोजाबाद के बीच सीधा अवागमन शुरू हो गया है। उदी मोड़ होकर आगरा की दूरी भिंड से 150 किलोमीटर है, जबकि अटेर होकर यह दूरी 110 किलोमीटर रह गई है। इसलिए लोगों को पुल का निर्माण कार्य पूरा होने और आवागमन के लिए खोले जाने का बहुत इंतजार था।
एक नजर— अटेर-जैतपुर घाट चंबल पुल
2016 में हुआ था भूमिपूजन
8 साल में बनकर हुआ तैयार
नए पुल से 15 दिन पूर्व से निकल रहे थे वाहन
अब भारी वाहनों का भी आवागमन शुरू
पुल के दोनों ओर बन रही एप्रोच रोड
भिंड-इटावा चंबल पुल पर भारी वाहन थे प्रतिबंधित
नौ माह से लगी है रोक
1000 मीटर लंबा है चंबल का नया पुल
नए पुल की चौड़ाई— 8.5 मीटर
नए पुल की ऊंचाई— 28 मीटर
125 करोड़ रुपए कुल लागत