READ: रेणवास के अमरूदों और संतरों ने बनाई जिले में पहचान गौरतलब है कि 17 जनवरी को स्कूल में छात्रों द्वारा शराब पार्टी के मामले में शुक्रवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया था। शुक्रवार शाम कलेक्टर के आदेश पर डीईओ ने स्कूल जाकर ग्रामीणों के बयान लिए थे। जिसमें शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई थी। वहीं इस मामले को लेकर प्रधानाचार्य ने आनन फानन में 4 बच्चों को निलंबित कर दिया। लेकिन एक बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया कि 17 जनवरी को हमारा बच्चा विद्यालय में ही नहीं आया।
READ: फिल्म तेरी मेहरबानियां के पार्ट -2: फिल्माए डॉग फाइटिंग के सीन वहीं अन्य बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रिंसिपल को बचाने के लिए राजनीतिक दबाव में कार्रवाई करते हुए जो बच्चा जिस दिन शराब पार्टी के मामले को लेकर विवाद हुआ उस दिन विद्यालय ही नहीं आया उसको भी निलंबित कर दिया। बच्चे के परिजनों का कहना है कि गांव में बच्चे को निलंबित करने के मामले में हमारी इज्जत खराब हो रही है। वही गांव के लोग ताने मार रहे हैं तेरा बच्चा भी इस मामले में शामिल था।
यह था मामला
17 जनवरी को विद्यालय समय में कुछ छात्रों ने शराब पार्टी की। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई थी। मामले के तूल पकड़ने के बाद ग्रामीण शुक्रवार को स्कूल पहुंचे तथा हंगामा करने लगे। सूचना पर तहसीलदार व जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों व शिक्षकों से बातचीत की। इसके बाद प्रधानाचार्या ने इस मामले में चार बच्चों को निलंबित कर दिया था।