नगरपरिषद टाउन हॉल में शहर के अंतिम वार्ड 30 नंबर के लिए शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान आयुक्त के नहीं आने के कारण वार्ड पार्षद हंसमुख नागर ने इसकी शिकायत शिविर प्रभारी एसडीएम राजेंद्रसिंह सिसोदिया से की, लेकिन वे भी अन्य शिविर में व्यस्त होने के कारण पहुंच नहीं पाए।
शिविर के दौरान आयुक्त त्रिकमदान चारण वाहन में जैसे ही नगरपरिषद पहुंचे तो यहां पहले से मौजूद वार्डवासियों ने उनके अटके हुए काम करने की गुहार लगाई। इस दौरान आयुक्त वाहन में ही बैठे थे। शिविर में नहीं आने पर वार्डवासियों और महिलाओं ने उनका घेराव भी किया।
वार्डवासियों का दर्द
वार्डवासी मीठालाल प्रजापत ने बताया कि 35 साल से नियमन की पत्रावली नगरपरिषद में जमा है, लेकिन पट्टा नहीं बना है। इसी तरह पोकरराम व भावाराम ने करीब छह माह से अटकी नियमन की पत्रावली को लेकर हो रही परेशानी बताई।
इनका कहना है…
मैं शिविर में सवेरे से मौजूद था। आयुक्त चेंबर में ही बैठे थे। इस दौरान मैंने कई बार उन्हें शिविर में आने को कहा, लेकिन वे नहीं आए। इसके अलावा वार्ड का शिविर होने की जानकारी होने के बावजूद वार्डवासियों की पत्रावली तक बाहर नहीं निकाली गई और ना ही सूची बताई गई। कार्मिकों से पत्रावली के बारे में पूछा तो वे ढूंढने की बातकहते रहे। शिविर में महज औपचारिकता बरती गई।
-हंसमुख नागर, पार्षद, वार्ड-30