गौरतलब है कि सोमवार रात भीलवाड़ा से लौट रही एसडीएम नेहा छीपा (Neha Chhipa RAS ) बजरी से भरे डंपर का पीछा कर रही थी। इस दौरान बीगोद थाने के बाहर तत्कालीन थाना प्रभारी ठाकराराम नाकाबंदी कर रहे थे। बजरी से भरे डंपर छोडऩे की बात को लेकर एसडीएम से ठाकराराम का विवाद हो गया। विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि एसडीएम नेहा छीपा देर रात तक बीगोद थाने में बैठी रही। आला अफसरों तक जानकारी पहुंची तो मामले की सुलह कराने के लिए एसपी ने डीएसपी रामचन्द्र चौधरी को बीगोद थाने भेजा। लेकिन एसडीएम नहीं मानी तो एसपी ने थाना प्रभारी ठाकराराम को लाइन हाजिर कर दिया।
आरएएस में 48 वीं रैंक हासिल की थी नेहा छीपा ने–
मांडलगढ़ की प्रशिक्षु एसडीएम नेहा छीपा मूल रूप से चित्तौडगढ़़ के बेगूं की रहने वाली है। नेहा ने आरएएस 2018 की परीक्षा में 48 वीं रैंक हासिल की थी। चूंकि नेहा ने अपनी पढ़ाई भीलवाड़ा शहर में रहकर की थी। इसलिए नेहा की इस रैंक पर भीलवाड़ा शहर भी गौरवांवित हुआ था।
25 दिन पूर्व एसडीएम पद संभाला-
प्रशिक्षु एसडीएम नेहा छीपा ने 6 जुलाई को मांडलगढ़ एसडीएम का पदभार संभाला था। READ MORE : देर रात थाने में जमीं रही SDM Neha Chhipa , थानेदार से हुई तकरार, थानेदार को होना पड़ा लाइन हाजिर ! क्या था माजरा, पढ़े पूरी खबर