ये है पूरा मामला
– आशापुरा कंस्ट्रक्शन रायपुर ने राउप्रावि खेमाणा में शौचालय बनाया। ठेकेदार ने रॉयल्टी राशि का निर्धारण कर एनओसी के लिए रॉयल्टी पर्चियां पेश की। जांच में पर्चिया संदिग्ध मिली। विभाग ने 150 टन मिनरल अवैध मान 72,500 रुपए जुर्माना लगाया। – आरआर इंफ्रा रायपुर ने राउप्रावि पालरा में 2 कक्ष एवं प्रार्थना हॉल बनाया। ठेकेदार ने एनओसी के लिए रॉयल्टी पर्चियां पेश की। जो जांच में संदिग्ध मिली। विभाग ने 250 टन मिनरल अवैध मानते हुए 1 लाख 7500 रुपए का जुर्माना लगाया है।
– रॉयल एंटरप्राइजेज भीलवाड़ा ने तेलीखेड़ा में सामुदायिक भवन की चारदीवारी व टीनशेड बनाया। ठेकेदार की रॉयल्टी पर्चियां संदिग्ध निकली। विभाग ने 1200 टन मिनरल अवैध मान 4 लाख 22,500 रुपए जुर्माना लगाया। – रामेश्वरलाल गुर्जर निवासी रामाजी खेड़ा भादु ने टहूका से भीलों का खेड़ा में डीएमएफटी से बीटी रोड बनाई। रॉयल्टी पर्चिया संदिग्ध मिली। विभाग ने 1900 टन मिनरल अवैध मान 6 लाख 85 हजार जुर्माना लगाया।
– गुरु कृपा कंस्ट्रक्शन जोधपुर ने एनओसी के लिए रॉयल्टी पर्चिया पेश की, जो जांच में संदिग्ध निकली है। विभाग ने 600 टन मिनरल अवैध मानते हुए 2 लाख 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
चित्तौड़, निम्बाहेड़ा की निकाल रहे पर्चियां
ठेकेदारों का कहना है कि अधिकारी,
चित्तौड़गढ़ व निम्बाहेड़ा की रॉयल्टी पर्चियों से एनओसी जारी कर रहे हैं। यह पर्चियां भी अधिकारी स्वयं ठेकेदारों को उपलब्ध कराते हैं। विभाग अब ऐसी फाइलों को यहां से गायब करने में लगा है। इसके चलते कुछ कार्मिकों की शाखा बदली गई है।