विभाग के पूर्व के पत्र के जवाब में खनन कम्पनी ने लिखा कि सुरास व नारायणपुरा क्षेत्र के किसान व जनप्रतिनिधियों से सहमति ले ली गई है। लेकिन विभाग ने अभी तक इस संबंध में मंजूरी नहीं दी है। ज्ञात है कि कम्पनी की ओर से नहर को करीब डेढ़ किलोमीटर तक डायवर्जन करने की योजना है।
जानकारी के अनुसार खनन कम्पनी की ओर से मेजा बांध की दायीं मुख्य नहर की चेन संख्या 140 से 170 तक की चेन 140 से नहर के दायीं ओर की खातेदारी भूमि पर 14 मीटर के लगभग व 5 मीटर की ऊंचाई में खनन का मलबा डाल रखा है। इसे लेकर जल संसाधन विभाग ने कम्पनी को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस के माध्यम से मलबा हटाने को कहा गया था।
खनन क्षेत्र में आ रही नहर
इस संबंध में खनन कम्पनी के लाइजन हैड राजेन्द्र गौड़ का कहना है कि मेजा बांध की दायीं नहर खनन क्षेत्र में आ रही है। उसे डायवर्ट करने का काम कंपनी के स्तर पर चल रहा है। इसे लेकर जल संसाधन विभाग में कार्रवाई जारी है। मामला सरकार के स्तर पर विचारधीन है।