शिक्षक नेता नीरज शर्मा का कहना है कि सभी स्कूलों में परीक्षाएं समान टाइम टेबल व प्रश्न पत्र से कई परेशानियाें का सामना करना हाेगा। इससे विभाग काे भी परेशानी आएगी। निदेशालय छपवाएगा प्रश्न-पत्र
नई व्यवस्था में राज्यस्तरीय समिति स्टेट लेवल पर पर्चे छपवाएगी। जिला समान परीक्षा संयोजक राज्य स्तर पर तय दर से शुल्क एकत्र करेंगे। जिला स्तर पर प्रश्नपत्र वितरण की राशि की कटौती कर शेष राशि राज्य स्तरीय समान परीक्षा नोडल को भेजी जाएगी। अब तक लोकल परीक्षाओं के पर्चे जिलों में डीईओ स्तर पर मुद्रण एवं वितरण होते थे। राज्य परीक्षा संचालन समिति से प्रदेश के करीब 34,500 स्कूलों के 40 लाख से अधिक विद्यार्थी जुड़ेंगे।
समान परीक्षा में समस्या
- एक किमी से कम दायरे में एक केंद्र तय करना हाेगा।
- रिक्त पदों के कारण वीक्षकों की कमी दूर करने के लिए परीक्षा केंद्रों पर शिक्षक लगाने हाेंगे।
- प्रश्न पत्रों की सुरक्षा चुनाैती हाेगी। पेपर आउट हाेने की आशंका रहेगी। एक पेपर आउट हाेते ही पूरे राज्य की परीक्षा प्रभावित होगी।
- 10वीं 12 वीं बोर्ड परीक्षा के समान डेकोरम मेंटेन करने के लिए सुनिश्चित किया जाए कि अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा में परीक्षार्थी टेबल कुर्सी पर परीक्षा दें।
- टाइम टेबल बनाते समय सभी जिलों के स्थानीय अवकाश का अध्ययन करना हाेगा।
समान परीक्षा के फायदे
- विभाग की अर्द्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षाओं का महत्व बढ़ेगा।
- परीक्षार्थियों तथा अभिभावकों की इन परीक्षाओं के प्रति सजगता बढ़ेगी।
- परीक्षा परिणाम की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी।
- विद्यार्थियों का परीक्षा शुल्क एक समान होगा।
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की 10वीं 12वीं की परीक्षाएं एक प्रश्न पत्र से एक ही टाइम टेबल से होती है। स्कूल के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा का पूर्व अभ्यास हो सकेगा।
विद्यार्थियों की मांगी संख्या
निदेशालय ने स्थानीय परीक्षाओं के पैटर्न में बदलाव किया है। समान परीक्षा के पेपर एक समान राज्य स्तरीय कमेटी तैयार करेगी। जिले में 563 विद्यालयों को गूगल शीट भेजी है। उनसे 25 अक्टूबर तक छात्रों की संख्या मांगी जा रही है।
अशोक जैथलिया, संयोजक जिला सामान परीक्षा योजना