गौरतलब है कि समग्र शिक्षा के लिए आगामी वर्ष 2025-26 का वार्षिक बजट प्लान यू डाइस प्लस 2024-25 के आधार पर तैयार किया जाता है। समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं अतिरिक्त परियोजना समन्वयक को पत्र भेजा है। इसमें फीडिंग कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताई।
अब तक 66.64 प्रतिशत स्कूलों में ही काम हुआ
प्रदेश के सभी स्कूलों में डाटा फीडिंग पर नजर डालें तो अब तक 66.64 प्रतिशत स्कूलों में ही काम हुआ है। अजमेर में 90.39 प्रतिशत, बारां में 92.19 प्रतिशत स्कूलों में काम हुआ है।
जयपुर में सबसे कम 24.93 प्रतिशत एवं जयपुर ग्रामीण में 37.94 प्रतिशत स्कूलों में ही काम हुआ है।
भीलवाड़ा में मात्र 46 प्रतिशत काम हुआ है। बीकानेर में 81.90 प्रतिशत स्कूलों में फीडिंग का काम पूरा है।
बजट आवंटन में भी विलंब
चिंता की बात है कि अगर स्कूलों में डाटा फीडिंग समय पर नहीं हुई तो बजट आवंटन में भी विलंब होगा। यह बजट समग्र शिक्षा के तहत विद्यार्थियों की गतिविधियों के लिए आवंटित किया जाता है। बजट में साठ प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार आवंटित करती है।