ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं रहते सजग
तराहे पर पुलिसकर्मी सजग नहीं है। इसके चलते यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। कभी कभार सड़क सुरक्षा सप्ताह आता है। इसमें भी पुलिस केवल बिना नंबरों और कागजात वालों के चालान काटने के सिवाय कुछ नहीं कर पाती। सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण, ओवर लोड वाहनों, प्रतिदिन लगते जाम और सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने वाले पशुधन की समस्या पर ध्यान नहीं देता।
शहर के मुख्य मार्ग गंगापुर तिराहे पर पांसल चौराहे तक आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। वे इधर-उधर मुंह मारते फिरत हैं। सड़कों पर आवारा जानवरों के जमघट के कारण न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि इनसे दुर्घटनाएं होने का अंदेशा हरदम बना रहता है। राहगीर इससे परेशान हैं।
नगर परिषद व नगर विकास न्यास भले ही शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाती है लेकिन अभियान के दौरान केवल खानापूर्ति की जाती है। कार्रवाई नहीं होने के कारण फिर अतिक्रमी काबिज हो जाते हैं। उदाहरण के तौर पर गत दिनों अभियान चलाकर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाया गया, लेकिन अतिक्रमण हटाने के चंद घंटों बाद ही अतिक्रमियों ने फिर से अतिक्रमण कर लिए। शहर में अतिक्रमण की समस्या को परिषद सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बनी हुई है और कार्रवाई के नाम केवल खानापूर्ति की जाती रही है। लोग कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं।
आजादनगर चौराहे से लेकर गंगापुर तिराहे तक वाहन चलाते समय काफी ध्यान रखना पड़ता है। जरा सी चूक इस मार्ग पर भारी पड़ जाती है। किसी भी दिशा से कोई भी वाहन आ सकता है। संभलकर रहना पड़ता है।
राहुल मोगरा
गंगापुर तिराहे से पांसल जाने वाले रोड पर स्थित टेक्सटाइल मार्केट में कपड़ों से लदे टेंपो आड़े तिरछे खड़ा मिलते हैं। जिससे हर घंटे जाम लगता रहता है। इस तिराहे से गुजरना बड़ी मशक्कत का काम है। पुलिस को ध्यान देना चाहिए।
राजू डीडवानिया, अधिवक्ता