इसी प्रकार चित्तौड़, गंगापुर, मांडल व कोटा मार्ग के साथ ही कलक्ट्रेट व शहर की प्रमुख कॉलोनियों व सरकारी विभागों की तरफ जाने वाले मार्ग भी इसी चौराहा से जुड़े हुए है। इसी कारण चौराहा पर वाहनों का दबाव रहता है। यहां रोडवेज व निजी बसें ठहरती है। टैक्सी स्टैंड भी यही है। एेसे में चौराहा पर वाहनों का दबाव दिनभर रहता है। वही यहां कृषि भवन व जलसंसाधन विभाग भी है।
यह नफरी कैसे संभाले
यातायात पुलिस ने अजमेर चौराहा पर आवागमन व्यवस्था सहज और सुलभ रहे, इसके लिए छह पुलिसकर्मियों तैनाती कर रखे हैं। लेकिन ये नफरी भी यहां बेतरतीब यातायात व्यवस्था को देखते हुए कम ही पड़ रही है। यहां ओवरलोड वाहनों के चालान कटने के साथ ही आधे पुलिस कर्मी आवश्यक दस्तावेज के अभाव में वाहनों के चालान काटने में उलझे रहते हैं।
अजमेर चौराहा पर जेल भवन के सहारे एवं ओवरब्रिज से सटे सरकारी आवास में तो रहने वाले परिवारों की मुसीबतें कही अधिक बढ़ी हुई है। उनकी पीड़ा है कि यहां अनाधिकृत रूप से पार्किग स्टैंड बना रखा है और डेली अपडाउन करने वाले लोग यहां अपने वाहन पार्क कर जाते है। इससे उनके घर के रास्ते तक बंद हो जाते है। लोगों ने कहा कि इस यातायात दबाव के चलते घरों में जाना भी मुश्किल हो जाता है।
अजमेर चौराहा पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए ओवरब्रिज से सटी सब्जी मंडी को अन्यंत्र स्थानांतरित किया गया थाद्ध। इससे अजमेर चौराहा से दूरदर्शन कार्यालय व टेलीफोन विभाग तथा रेलवे अण्डरब्रिज के जरिए रिजर्व पुलिस लाइन की तरफ जाने वाला मार्ग खुल गया था, लेकिन ये मार्ग यहां सब्जी मंडी के अव्यवस्थित तरीके से संचालित होने से फिर अवरूद्ध हो गए है।
सुधरेगी व्यवस्था
अजमेर चौराहा पर वाहनों का दबाव काफी रहता है। नफरी कम होने के बावजूद यहां यातायात पुलिस के बेहतर प्रयास रहते है, कोशिश अब ये होगी की यहां सब्जी मंडी को और व्यवस्थित किया जाए, सिविल लाइंस में वाहनों की पार्किग नहीं हो और वाहनों की गति यहां नियंत्रित रहे। हाथ ठेलों व टेम्पो को भी और व्यवस्थित किया जाएगा। चौराहे पर और जाप्ता मांगा जाएगा।
महावीर सिंह राव, प्रभारी यातायात पुलिस शाखा भीलवाड़ा