परिषद चौराहे पर लाखों रुपए खर्च करके यातायात संकेतक के रूप में बत्ती लगाई गई, लेकिन यह बत्ती कभी जल ही नहीं पाई। यह महज शो-पीस बनी हुई है। इसे लगाने का मकसद ही हल नहीं हो पा रहा। वहीं व्यवस्था के रूप में यहां यातायात पुलिसकर्मी की भी तैनाती का जाती थी। लेकिन यहां पुलिसकर्मी भी अब कभी-कभार नजर आता है। चौराहे पर सड़क किनारे ठेला व्यवसायी खड़े हो जाने से गति अवरोधक का काम कर रहे है।
परिषद चौराहा प्रमुख बाजार से लेकर कॉलोनियों को जोड़ता है। यहां आए दिन दुर्घटना होती रहती है। रेलवे स्टेशन, गोल प्याऊ चौराहा, आजाद चौक, कोतवाली रोड, मुरली विलास रोड़, साबुन मार्ग इसी रास्ते से है। इसके अलावा शास्त्रीनगर, कांवाखेड़ा, भोपालपुरा रोड समेत कई कॉलोनियों में जाने के लिए इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है।