आरती के बाद सांप को सुरक्षित तरीके से किया रेस्क्यू मंदिर के पुजारी भोपा और मंदिर कमेटी ने इस घटना को देवता की कृपा मानते हुए नाग देवता की पूजा शुरू कर दी। इस बीच, दर्शनार्थियों के जागरूक लोगों ने फोन के माध्यम से वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत और पूर्व वनपाल छोटू लाल कोली को सूचित किया। आधे घंटे की मेहनत के बाद वन्यजीव रक्षक मौके पर पहुंचे और कोबरा सांप को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया।
आरती पूरी होने सांप वहीं बैठा रहा रेस्क्यू के बाद, मंदिर के पुजारी और कमेटी के सदस्यों ने सांप को वहीं पर बने रहने की इच्छा जताई, जिससे वन्यजीव रक्षक और सुरक्षा अधिकारियों को समझाइश देने की जरूरत पड़ी। अंततः आस्था और सुरक्षा के संतुलन को ध्यान में रखते हुए, वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत और छोटू लाल कोली ने मंदिर परिसर में सुरक्षा बढ़ाने के लिए चार सुरक्षा गार्ड और वन्य जीव बचाओ टीम के सदस्यों की ड्यूटी लगाई। मेला समाप्त होने के बाद, सांप को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ने की योजना बनाई गई है। इस घटना ने स्थानीय लोगों और दर्शनार्थियों के लिए एक असामान्य और रोमांचक अनुभव प्रदान किया।