READ: दीवार तोड़कर स्कूल में घुसा बेकाबू ट्रेलर, गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम मिल्क बैंक को गोद लेने वाली विवेक सेवा संस्थान के अमित काबरा ने बताया कि बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए इस मिल्क बैंक का निर्माण किया गया था। इसमें माताऐं अपना मिल्क दान देती है। जिसे नवजात बच्चों को पिलाया जाता है। जिससे उन्हें अच्छा पोषण मिल सकें। वहीं महात्मा गांधी चिकित्सालय के उपनियंत्रक डॉ.देव किशन ने कहा कि यहां पर मिल्क की मात्रा ज्यादा होने के कारण अजमेर में मांग होने पर वहां भेजा जा रहा है। इस मदर मिल्क को हर जांच के बाद यहां पर स्टोर किया जाता है और जरूरतमंद बच्चों को भेजा जाता है।
READ: लव गार्डन क्षेत्र के 16 कियोस्क ध्वस्त, नगर विकास न्यास की कार्रवाई 17 में से 16 डॉक्टर काम पर लौटे भीलवाड़ा अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर हड़ताल पर गए महात्मा गांधी चिकित्सालय के 17 में से 16 चिकित्सक शुक्रवार को काम पर लौट आए। चिकित्सकों के काम पर लौट जाने से सेहत की गाड़ी फिर पटरी पर लौट आई। सभी चिकित्सकों के लौट जाने से मरीजों को काफी राहत मिली और जांच सहित मरीजों के सभी प्रकार के काम होते नजर आए।
महात्मा गांधी चिकित्सालय के उपनियंत्रक डॉ. देवकिशन सरगरा ने बताया कि केवल एक महिला चिकित्सक सरिता काबरा जिला मुख्यालय से बाहर होने के कारण हड़ताल समाप्ति के बाद नहीं लौटी है। गुरुवार को 10 चिकित्सक काम पर लौट गए थे और शुक्रवार को 6 चिकित्सक और आ गए। चिकित्सकों के लौटने के बाद अस्पताल में लम्बे समय से अटके पडे़ मरीजों के ऑपरेशन हो पाए। सोनोग्राफी केन्द्र में भी जांच शुरू हो जाने से गर्भवती महिलाओं को काफी राहत मिली।