शहर की 32 कॉलोनियों को नहीं मिल रहा पानी
जिला परिषद की साधाराण सभी की बैठक
शहर की 32 कॉलोनियों को नहीं मिल रहा पानी
भीलवाड़ा।
जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक गुरुवार को जिला प्रमुख बरजी भील की अध्यक्षता में हुई। बैठक की शुरुआत जिला परिषद सीईओ व कलक्टर के फटकार से हुई तो बैठक के अन्त में जहाजपुर विकास अधिकारी की कार्यशैली के सवाल पर हंगामे के साथ हुई।
९ कस्बों में २४ घंटे पानी की सप्लाई
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि वर्तमान में 9 कस्बों में 24 घंटे में पानी सप्लाई किया जा रहा है। गुलाबपुरा में 48 से 72 घंटे में जलापूर्ति हो रही है। रायपुर विधायक गायत्री त्रिवेदी ने उनके क्षेत्र में पानी जल्द पहुंचाने की बात कही। मेघवाल ने शाहपुरा क्षेत्र में १० ट्यूबवेल व ४० हैण्डपम्प की जानकारी तो अधिकारी ने कहा कि इसकी स्वीकृति प्रस्ताव भेजे गए है। जल जीवन योजना में हर घर को पानी पहुंचाने का काम चल रहा है। सोर ऊर्जा के तहत ट्यूबवेल भी लगाए जा रहे है।
शहर की ३२ कॉलोनियों को नहीं मिल रहा पानी
विधायक अवस्थी ने कहा कि शहर की ३२ निजी कॉलोनियों में रहने वाले ५० हजार लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रही है। जबकि इस मामले को विधानसभा में उठाने के बाद सरकार ने स्वीकृति जारी कर दी है। नगर विकास न्यास को भी पत्र लिखा गया है। कलक्टर नकाते ने कहा कि अब कोई भी निजी कॉलोनी की तब तक ९० ए नहीं होगी जब तक पेयजल के लिए राशि जमा नहीं करा देगा। मेघवाल ने शाहपुरा में सीवरेज का जानकारी चाही लेकिन आरयूआईडीपी का कोई भी अधिकारी नहीं था। कोटड़ी प्रधान ने कहा कि ६ गांव में ५ माह से पानी नहीं मिल रहा है। जहाजपुर के पंडेर से जुड़े ४० गांव को पानी नहीं मिल रहा है।
सड़क के दोनो और से झाडिय़ा हटाने के मामला उठाते हुए सदस्यों ने कहा कि जिले की सभा सड़के खराब है। विधायक जाट ने कहा कि सड़को की गुणवत्ता की जांच होने चाहिए खनन क्षेत्र में सड़क की थिकनेस बढ़ाई जानी चाहिए। अधिकारी ने कहा कि बजरी के ओवरलोड वाहन से सड़के क्षतिग्रस्त हो रही है। कलक्टर ने सड़कों की गुणवता की जांच करवाने का आश्वासन दिया।
कोरोनाकाल में दी गई सेवाओं के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित
चिकित्सा विभाग की चर्चा के दौरान सीएमएचओ डॉ मुश्ताक खान ने विभाग की गतिविधियों व योजनाओं की जानकारी दी। कोरोना प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। मांडल विधायक रामलाल जाट ने गांवों में आरटी पीसीआर जांच नहीं करवाने वाले एवं घर में कोरोना से मृत्यु वाले प्रकरणों को भी सरकार की योजना का लाभ दिलाने का मुद्दा उठाया। मेघावाल ने भी इसके लिए मुख्यमंत्री को आभार जताया। मुख्यमंत्री चिरंजिवी योजना में शहर के ११ अस्पतालों में उपचार शुरू करवाने पर भी जिला प्रशासन व मांडल विधायक जाट का आभार व्यक्त किया गया। सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर की गई तैयारी की जानकारी दी। आमा में चिकित्सा सुविध उपल्बध कराने का मामला विधायक खण्डेलवाल ने उठाया। विधायक मेघवाल ने शाहपुरा को जिला अस्पताल बनाने व बनेड़ा सीएचसी को मॉडल सीएचसी बनाने की जानकारी ली। अवस्थी ने जनता क्लिनिक खोलने को कहा। सदस्यों ने नहरों के रखरखाव का मुद्दा उठाया। विधायक जब्बरसिंह ने भी कई मुद्दों पर चर्चा की है।
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मीटिंग हॉल के बाहर जांच, अंदर बिना मास्क के
कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर मीटिंग हॉल के बाहर मेडिकल टीम लगाई गई। मीटिंग हॉल में प्रवेश करने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग व हाथ सैनिटाइज कराए गए। उनका रजिस्ट्रेशन भी किया गया। वही मीटिंग हॉल के अंदर कुछ जनप्रतिनिधि बिना मास्क के नजर आए। कोरोना गाइडलाइन की पालना के कारण मीटिंग हॉल में जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों को प्रवेश नहीं दिया गया। उनके बाहर बैठने की व्यवस्था की गई। इसी तरह पानी, बिजली, शिक्षा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के भी एक-एक अधिकारी को ही सदन में बैठने दिया। यहां तक की पंचायत समितियों के विकास
अधिकारियों को भी जिला परिषद सीईओ के कक्ष में भेजा गया।
75 पेज का एजेंडा पर जताई आपत्ति
जिला परिषद सदस्य नंदलाल गुर्जर में बैठक में 75 पेज का एजेंडा देने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इतनी मोटी किताब को 5 मिनट में तो पढ़ नहीं सकते, ऐसे में हम किसी विषय पर क्या बोलेंगे। उन्होंने सीईओ रामचंद्र बेरवा से साफ कहा कि अगली बार जब भी मीटिंग हो तो बैठक की सूचना के साथ ही एजेंडा भेजा जाए। इस पर सीईओ ने सहमति जताई कि अगली बार पहले ही एजेंडा भेजेंगे। बैठक के प्रारम्भ होने से पहले सभी जनप्रतिनिधियों का साफा पहनाकर तथा महिला सदस्यों को शॉल ओढाकर सम्मान किया गया।
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