इस सिस्टम के तहत नौंवी में साल भर में 210 घंटे की पढ़ाई करने पर छात्रों को 40-54 क्रेडिट अंक मिलेंगे। यह क्रेडिट सभी विषयों में परीक्षा पास करने पर ही मिलेंगे। इसके लिए सालभर में एक कक्षा में 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य होगी। इसके लिए सभी स्कूलों को नोटिफिकेशन भेजा गया है और उनसे सुझाव मांगे गए हैं। बोर्ड ने इसकी प्रभावशीलता का परीक्षण, मूल्यांकन करने के लिए छठी, नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा के लिए ही इसे लागू करने पर जोर दिया है।
इस तरह मिलेंगे क्रेडिट अंक छात्र को प्राप्त होने वाले क्रेडिट एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में जुड़ते रहेंगे। नौंवी के लिए संभावित प्रस्तावित क्रेडिट के अनुसार छात्र को पांच विषयों को पास करना होगा। इसमें दो भाषा और तीन विषय शामिल होंगे। इनमें पास होने पर ही छात्र क्रेडिट हासिल कर पाएंगे। प्रति विषय के लिए 210 घंटे होंगे। इस तरह से 1050 घंटे पांच अनिवार्य विषयों के लिए आवंटित होंगे। 150 घंटे आंतरिक मूल्यांकन, शारीरिक शिक्षा, आर्ट एजुकेशन और कार्य अनुभव के लिए होंगे। हर विषय के लिए सात क्रेडिट होंगे। नौवीं में पांच विषयों को पास करने पर छात्र 40 क्रेडिट के लिए योग्य होगा। यदि छात्र छठा व सातवां विषय लेता है तो उसके क्रेडिट 47-54 तक हो जाएंगे।
इस तरह चुनेंगे विषय ग्यारहवीं में एक भाषा और चार विषयों में पास होने पर 40 क्रेडिट पाने के योग्य होंगे। 210 घंटे प्रति विषय के लिए आवंटित होंगे। नौंवीं की तरह ही 150 घंटे आंतरिक मूल्यांकन, शारीरिक शिक्षा, कार्य अनुभव व जरनल स्टडी के लिए होंगे। यदि कोई छात्र पांच विषयों के अलावा छठा विषय लेता है तो वह 47 क्रेडिट पाने के योग्य होगा।