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CG Crime News: लॉज में चल रहे देह व्यापार का पर्दाफाश, इस हाल में पुलिस ने संचालक समेत 3 को दबोचा एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि सूचना मिली कि न्यू केसरी लॉज और पुराने केसरी लॉज में बाहरी आकर रुकते हैं। एक महीने रुकते हैं। फैक्ट्री में काम करते हैं, पूजा पाठ और भिख मांगते हैं। इसके बाद चले जाते है। एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर टीम गठित की।
भिलाई तीन जामुल, खुर्सीपार और छावनी थाना प्रभारियों के साथ दोनों लॉज में एक साथ छापेमारी की। यहां थोक में संदिग्ध लोग मिले। 29 के खिलाफ कार्रवाई की गई। दर्जनभर लोगों को समझाइश देकर उन्हें अपने मुकाम पर जाने की हिदायत दी गई।
लॉज में ठहरे थे ये लोग
लॉज से 29 संदिग्ध पाए गए, जिनमें पुणे महाराष्ट्र-1, बिहार दरभंगा-6, उत्तर प्रदेश सिरसा कछार-1, मानुपुरोवा-1, इलाहाबाद-6, बदुपुर-1, गोपालगंज-1 तारा धुरपुर-1 सुल्तानपुर-3, गंज शादीपुर-1, पश्चिम बंगाल नदिया-1, वर्धमान-1, नदिया पलासीपारा -1 और झारखंड बोकारो-3 थे। लॉज में 6 हजार रुपए था किराया
एएसपी ने बताया कि लॉज में पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश से आकर कुछ लोग केसरी लॉज में ठहरे थे। लगभग अल्पसंयक थे। लॉज संचालक ने कोई जानकारी नहीं दी थी। लॉज मैनेजर सुजीत गुप्ता, हर्षदीप सिंह समेत शंभू लाल डेव, पपू कुमार, रंजित कुमार, ललित लाल देव और डब्लू मंडल के खिलाफ धारा 170 के तहत कार्रवाई की।
एएसपी ने बताया कि लॉज में ठहरे व्यक्तियों को लॉज मैनेजर द्वारा आश्रय दिया गया। इस संबंध में कोई भी सूचना थाना छावनी में नहीं दी गयी और न ही बाहरी व्यक्ति जो लॉज में रूके थे, उनके द्वारा भी मुसाफिरी दर्ज कराई गई थी। लॉज का रजिस्टर चेक किया गया तो लोगों की कोई भी पुता जानकारी रजिस्टर में दर्ज नहीं थी।