मामला सामने आया कि बोड़ला की एसबीआई बैंक में बैंक के पूर्व ब्रांच मैनेजर व पूर्व कैशियर द्वारा अन्य लोगों के खातों में छेड़छाड़ कर लाखों रुपए निकाले गए। पहले तो
बैंक में शिकायत हुई लेकिन सुनवाई नहीं होने के बाद बोड़ला थाने में शिकायत की गई। इसके बाद जांच में मामले का खुलासा हुआ। एसडीओपी बोड़ला अखिलेश कौशिक ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी कैशियर प्रतीक उइके पहले से गिरफ्तार हैं। 17 दिसंबर 2024 को आरोपी तात्कालीन ब्रांच मैनेजर संजय प्रकाश जरीके, सूरज शर्मा, निशांत कुमार को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
मृतक के नाम से फर्जी एटीएम बनाकर डेढ़ लाख पार
एसडीओपी ने बताया कि बैंक कैशियर प्रतीक उइके ने मृत दीपा अहिरवार के नाम से फर्जी आवेदन कर एटीएम कार्ड बनवाया और 1 लाख 46 हजार रुपए निकाल लिए। वहीं एक अन्य मामले में मंगली बाई के नाम पर फर्जी एटीएम कार्ड बनकर 40 हजार रुपए निकाले गए। वहीं 40 हजार रुपए फूलसिंह नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर ग्रीन चैनल के माध्यम से निकाला गया।
इसके अलावा छितर सिंह के फिक्स्ड डिपॉजिट की 2 लाख 40 हजार रुपए की राशि को मंगली बाई के खाते में ट्रांसफर कर निकाला गया। मामले में तात्कालीन ब्रांच मैनेजर संजय प्रकाश पिता स्व. बीरसिंह जरीके, कैशियर प्रतीक उइके, निशांत कुमार पिता अखिलेश झा और सूरज पिता जितेंद्र शर्मा के खिलाफ धारा 420, 409, 467, 468, 471, 34 दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।