Mahadev Satta App: महादेव ऐप का प्रमोटर्स आरोपी सौरभ चंद्राकर व रवि उप्पल यूएई में मौज कर रहे है। वहीं से बेझिझक ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर हवाला के जरिए भारतीय मुद्रा का दुरुपयोग कर रहे है। इन आरोपियों के खिलाफ दुर्ग जिले में अपराध दर्ज है, लेकिन जिले की पुलिस तो दूर भारतीय एजेंसियां अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। 6 वर्षो से दुबई, श्रीलंका, ईरान, साउथ अफ्रिका कंजाइना और पाकिस्तान के लाहौर से महादेव ऐप का बेधड़क संचालन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि चार देश की नागरिकता लेकर इस काले कारोबार को साम्राज्य फैला लिया है।
Mahadev Satta App: जानिए… वायरल नोटिस के जरिए ब्रांच के ऑनर को दी है नसीहत
आरोपी सौरभ चंद्राकर की इम्पैनलमेंट नोटिस में लिखा है कि सभी ब्रांच के ऑनर को यह सूचित किया जाता है कि अब से एक भी स्टॉफ छत्तीसगढ़ का नहीं होना चाहिए। ब्रांच देने से पहले ऑनर के स्टॉफ का आईडी प्रुफ लिया जाएगा। स्टॉफ चेंज करने के बाद और न्यू आईडी प्रुफ के साथ ब्रांच ऑनर को हेड ऑफिस में अपडेट करना पड़ेगा। उसने यह भी लिखा है कि बाद में कभी भी हेड ऑफिस से वेरिफिकेशन के लिए वीडियो कॉल आएगा। ब्रांच लोकेशन पर उसके लड़के की कभी भी जांच कर सकते हैं। आईडी प्रुफ के अनुसार एक भी लड़का छत्तीसगढ़ का मिला तो तत्काल ब्रांच को बंद कर दिया जाएगा।
मामले के आठ आरोपी हैं जेल में
गौरतलब है कि महादेव ऐप के जरिए मनीलॉड्रिग की जा रही है। भारतीय एजेंसियों ने दुर्ग जिले की एफआईआर के जरिए प्रकरण दर्ज किया है। मामले में कार्रवाई शुरू की है। इस मामले में आरोपी चंद्राभूषण वर्मा, सतीष चंद्राकर, भीम सिंह यादव, अर्जुन सिंह यादव, ग्रिस कलरेजा, सूरज चोखानी, आसीम दास और नितिश दीवान जेल में है। एजेंसियों ने दावा किया था कि आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को नजर बंद किया गया है। प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर भारत लाया जाएगा।