बैंक जाने तक डिजिटल अरेस्ट
महिला जब अधिकारियों के दबाव में आ गई, तब एफडी तोड़कर पैसे देने की बात की। तब ठगों ने उसे कहा कि वह बैंक चली जाए। वे लोग उसके संपर्क में रहेंगे। किसी से कोई बात नहीं करेगी। महिला डेढ़ बजे बैंक पहुंची। उसने 39 लाख रुपए का एफडी तुड़वा दी। इसके बाद करीब 6 लाख रुपए बैंक से निकाले और 45 लाख रुपए इकट्ठे किए।बिना OTP व डिटेल दिए कैसे उड़ जाते हैं बैंक खाते से पैसे? छात्रा के सवाल पर IPS अमन झा ने दिया ये जवाब
2 घंटे बाद बैंक कर्मी उसे समझा सके
मैनेजर ने बताया कि महिला के हावभाव से लग रहा था कि वह काफी डरी हुई है। जब उससे जमीन के बारे में पूछा गया, तब वह बोली कि सीबीआई के अधिकारी उसे और उसके बेटे को अरेस्ट कर लेंगे। इसलिए उन्हें 45 लाख रुपए देने हैं। तब कर्मियों ने उसे समझाया कि आप किसी को पैसे नहीं देंगे। आपके साथ साइबर ठगी हुई है। उनको विस्तार से साइबर ठगी के बारे में जानकारी दी गई।महिला ने फिर कराई एफडी
बैंक मैनेजर ने बताया कि समझाने के बाद महिला ने रकम का फिर एफडी करवाई। पूरी रकम को बैंक में जमा की और घर आकर बेटे को पूरी बात बताई। दूसरे दिन बैक कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस तरह बैंक कर्मियों की सूझबूझ से वह साइबर ठगी से बच गई।केस का टर्निंग पॉइंट
बैंक कर्मी: इतने रुपयों का आप क्या करेंगी?महिला: बताती हूं… थोड़ा ठहरिए (इस बीच महिला ने बाहर जाकर ठगों से बात की, फिर लौटी)
महिला: मुझे जमीन खरीदना है। फार्म में महिला ने आईसीआईसीआई बैंक सिलचर असम का पता भरा
इसी से बैंककर्मी का शक पुख्ता हुआ कि महिला होकर असम में जमीन कैसे खरीद रही है।