शेयर ट्रेडिंग के ठगी के मामले में पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी पद्ममनाभपुर परिवीक्षाधीन आईपीएस अक्षय साबद्रा के नेतृत्व में एसीसीयू व थाने की एक संयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई के लिए लगाया गया। टीम ने घटना अवधि के दौरान प्रार्थी के मोबाइल पर आने वाले नंबरों व ट्रेडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसों के लेने-देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउंट के संबंध में एकत्रित किया। इसकी सूक्ष्मता से विश्लेषण किया।
मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल एकत्र किए। ठगी में उपयोग किए बैंकों के खातों का स्टेटमेंट निकलवाया। इनकी सूक्ष्मता से विश्लेषण करने पर यह जानकारी मिली कि घटना करने वाले आरोपियों ने घटना उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में रहकर कारित की जा रही है। पैसों का आहरण एक खाते से दूसरे खाते में जमा करवाने के बाद मध्यप्रदेश के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी से एटीएम के माध्यम से निकासी की जा रही है।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों का मोबाइल नंबर ट्रेस करते हुए दुर्ग पुलिस की टीम मध्य प्रदेश पहुंची। विशेष टीम निरीक्षक अंबर सिंह के नेतृत्व में भोपाल भेजी गई। आरोपियों की उपस्थिति लगातार भोपाल से ग्वालियर, शिवपुरी, इंदौर, झांसी में होना पता चला। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेंट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति का पता चला। मोबाइल नंबरों का लोकेशन भी उसी स्थान पर पाए जाने से टीम ने पतासाजी के बाद तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेंट को चिंहित कर दबिश दी। यहां आकाश चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, शिवम यादव, बाबू रैंकवार को पकड़ा गया।
इनके कब्जे से ठगी में उपयोग किए गए मोबाइल व सिम कार्ड मिला। इनसे अलग-अलग पूछताछ करने पर आकाश उर्फ लक्की ने सिद्धार्थ सक्सेना, अमित यादव, राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्रार्थी को मोबाइल फोन के माध्यम से बातचीत कर ठगी करना स्वीकार किया। गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, शिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन ने ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटीम के माध्यम से रकम निकासी करना और बैंक खाते मेंटेन करना स्वीकार किया।