CG Election: सबकी निगाहे टिकी
इसलिए अब सबकी निगाह अनुसूचित जाति के आरक्षित सीटों पर टिक गई है। 12 सदस्यीय जिला पंचायत में इस बार क्षेत्र क्रमांक तीन और चार अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। अनारक्षित क्षेत्र से इस वर्ग की कोई भी महिला निर्वाचित होकर नहीं पहुंचती तो इन्हीं दोनों क्षेत्रों में से जो भी महिला जीतकर आएगी, उसका अध्यक्ष बनना लगभग तय होगा। प्रदेश के 33 जिला पंचायत के अध्यक्षों के पद के लिए शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आरक्षण किया गया। इसमें प्रवर्गवार आरक्षित श्रणियों के लिए लाटरी निकालकर अध्यक्ष के पदों का आरक्षण किया गया। इसमें जिला पंचायत दुर्ग का अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित घोषित किया गया है। दूसरी ओर जिले के 12 जिला पंचायत क्षेत्रों का आरक्षण इसके पहले ही कराया जा चुका है।
इसमें क्षेत्र क्रमांक तीन और चार भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। इसमें क्षेत्र क्रमांक तीन अनुसूचित जाति के लिए मुक्त श्रेणी में है, यानी यहां इस वर्ग के महिला व पुरूष दोनों चुनाव लड़ सकेंगे। वहीं क्षेत्र का क्रमांक चार अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है। इससे ज्यादा संभावना इन्हीं दोनों क्षेत्र से जीतकर आने वाली किसी महिला का अध्यक्ष बनाने की है।
चुनाव सात, लेकिन अध्यक्ष आंठवां
पंचायती राज व्यवस्था लागू किए जाने के बाद यह त्रि-स्तरीय पंचायतों का सातवां चुनाव होगा, लेकिन जिला पंचायत को आठवां अध्यक्ष मिलेगा। पिछले परिषद में निर्वाचित अध्यक्ष शालिनी रिवेंद्र यादव का निधन हो गया था। इससे अध्यक्ष का पद खाली हो गया था। इसके चलते मध्य सत्र में पुष्पा यादव को कमान मिल गया था। इस तरह पिछले परिषद में दो अध्यक्ष बनाए गए थे।
12 पद में 7 महिलाओं का चुना जाना तय
जिले में जिला पंचायत के कुल 12 क्षेत्र है। 7 पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। इस तरह आरक्षण के आधार पर जिला पंचायत में इस बार कम से कम 7 महिलाओं का होना तय हो गया है। वहीं आरक्षण की दूसरी श्रेणियों से चुनाव लड़कर महिलाएं जीतती हैं तो यह संख्या और भी बढ़ सकती है। हालांकि अधिकतम 50 फीसदी आरक्षण के नियम का हवाला देकर आरक्षण पर भी सवाल उठाया जा रहा है।
दो बार पुरूष अध्यक्ष रहे हैं
जिला पंचायत में अब तक केवल दो बार पुरूष वर्ग का अध्यक्ष का दायित्व मिला है। दूसरे चुनाव में धनुष जायसवाल पुरूष वर्ग के पहले जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद चौथे चुनाव में जीवनलाल वर्मा जिला पंचायत अध्यक्ष बनाए गए थे। इस बीच कमला बघेल पहली और झमिता साहू चौथी अध्यक्ष बनी। इसके बाद से पिछले तीन चुनावों से अध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित हो रहा है। इस तरह लगातार तीसरी बार जिला पंचायत का कमान महिला के हाथ होगा। पंचायती राज व्यवस्था के बाद जिपं अध्यक्ष
- कमला बघेल
- धनुष जायसवाल
- झमिता साहू
- जीवन लाल वर्मा
- माया बेलचंदन
- शालिनी रीवेंद्र यादव
- पुष्पा यादव
यह है जिला पंचायत में आरक्षण की स्थिति
अध्यक्ष अनु. जाति महिला (अध्यक्ष का चुनाव सदस्यों के बीच से होगा) क्षेत्र क्रमांक – 1 अनारक्षित क्षेत्र क्रमांक – 2 ओबीसी मुक्त क्षेत्र क्रमांक – 3 एससी मुक्त क्षेत्र क्रमांक – 4 एससी महिला क्षेत्र क्रमांक – 5 अनारक्षित मुक्त क्षेत्र क्रमांक – 6 ओबीसी महिला
क्षेत्र क्रमांक – 7 अनारक्षित महिला क्षेत्र क्रमांक – 8 ओबीसी महिला क्षेत्र क्रमांक – 9 अनारक्षित मुक्त क्षेत्र क्रमांक – 10 अनारक्षित महिला क्षेत्र क्रमांक – 11 एसटी महिला
क्षेत्र क्रमांक – 12 अनारक्षित महिला