स्ट्राइक नोटिस को देखते हुए शनिवार को स्वयं सेल चेयरमैन ने संघ के केंद्रीय अधिकारी देवेंद्र पांडेय से फोन पर चर्चा की और हड़ताल को वापस लेने का अनुरोध किया। जवाब में पांडेय बोले, देश में संकट की इस घड़ी में हम आपके साथ हैं, लेकिन कर्मियों का वेतन समझौता जो 52 महीना से लंबित है, उस पर आपको भी गंभीरता से सोचना चाहिए। कोरोना के इस संकट काल में श्रमिक अपने प्राणों की आहुति देकर प्रोडक्शन को गिरने नहीं दिया है। सेल का भी दायित्व बनता है कि कर्मियों की वेतन वृद्धि की अनदेखी न करें। इस पर चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि मई के अंत तक सभी एनजेसीएस नेताओं से वार्ता करके वेतन समझौता कर लिया जाएगा। चेयरमैन के आश्वासन पर संघ ने एक माह के लिए हड़ताल को टाल दिया है।
भारतीय इस्पात मजदूर महासंघ (बीएमएस) की कार्यकारिणी की बैठक दोपहर बाद 3 बजे वर्चुअल माध्यम से हुई। बैठक के निर्णय की जानकारी देते हुए स्टील फेडरेशन के राष्ट्रीय मंत्री दिनेश पांडेय ने बताया कि मीटिंग में 3 मई की हड़ताल के संबंध में चर्चा हुई। सभी ने कोरोना संक्रमण की भयावहता तथा देश में ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए सेल ने जो कदम उठाया है उसकी तारीफ की। सभी इस बात पर सहमत थे कि स्ट्राइक में किसी भी हाल में ऑक्सीजन प्लांट बंद नहीं होगा। ऑक्सीजन प्लांट के अनुसांगिक विभाग जैसे इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन विभाग, वाटर सप्लाई विभाग, परिवहन बिभाग और ऐसे संबंधित बहुत सारे विभाग को बंद नहीं कर सकते हैं। बीएमएस संकट की घड़ी में देश के लोगों के साथ खड़ा है और रहेगा। अभी देश का जो भरोसा बीएसपी व सेल के ऊपर है उसको किसी भी हालत में टूटने नहीं दिया जाएगा।