उसी समय दो नकाबपोश सदन के मुख्य द्वार का ताला को तोड़कर अंदर घुसे। राजेन्द्र जैन के कमरे के पास गए और दरवाजा खटखटाया। राजेन्द्र ने दरवाजा खोल दिया। नकाबपोश ने उसे पकड़ लिया और उस पर मुक्का बरसाना शुरू कर दिया। सिराहने रखा था 15 हजार रुपए की पेटली पुलिस ने बताया कि नकाबपोशों ने मारपीट कर उसे भयभीत कर दिया। उसके कमरे की तलाशी ली। इसके बाद सिराहने में रखी 15 हजार रुपए की पोटली को ले लिया। राजेन्द्र के हाथ से सोने की तीन अंगूठी उतरवाई और बाहर खड़ी स्कूटर लेकर भाग गए।
10 घंटे बाथरुम में बंद रहा बुजुर्ग पुलिस ने बताया कि राजेन्द्र जैन मंगलवार शाम 7 से सुबह 9 बजे तक बॉथरुम में बंद था। क्योंकि आस पास में कोई नहीं रहता था। इसलिए किसी से मदद भी नहीं ले सका। सुबह जब बाड़ी में काम करने वाले मजदूर पहुंचे। तब उन्हें मुख्य दरवाजा खुला मिला। सदन के अंदर आ गए। राजेन्द्र के कमरे का दरवाजा खुला था। मजदूरों की अहट मिलने पर राजेन्द्र ने बाथरुम के दरवाजा को अंदर से खटखटाया। तब मजदूरों ने दरवाजा खोला। बाथरुम से राजेन्द्र को बाहर निकाला। उसे तत्काल अस्पताल ले गए। आंख और सिर पर चोट के निशान मिले है।