प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह करीब 8.30 बजे रीको इंडस्ट्रियल एरिया स्थित प्रवीण बंसल की टिन बॉक्स फैक्ट्री से टिन के पीपे लोड कर ट्रेलर मध्य प्रदेश के मुरैना के लिए रवाना हुआ। जैसे ही ट्रेलर नई अनाज मंडी श्मशान घाट के पास पहुंचा, सड़क पर बनाए गए करीब एक-डेढ़ फुट ऊंचे स्पीड ब्रेकर से उसका डीजल टैंक टकरा गया। टैंक फटने से डीजल तेजी से सड़क पर फैलने लगा।
घटना के बाद ट्रेलर चालक जघीना निवासी राजकुमार ने क्षतिग्रस्त डीजल टैंक से रिसाव को नजरअंदाज करते हुए ट्रेलर को नई अनाज मंडी से रीको एरिया तक लगभग 3 किलोमीटर तक चलाया। इस दौरान सड़क पर डीजल फैलता रहा और वहां से गुजरने वाले सैकड़ों वाहन हादसे की चपेट में आने की कगार पर थे। जरा सी भी चिंगारी पूरे इलाके को आग की लपटों में बदल सकती थी। जयपुर गैस टैंकर दुखांतिका जैसे हादसे की पुनरावृत्ति टल गई।
फोनकर पूछा- बाइक सुरक्षित है? पुलिस ने दिया गजब जवाब कई हादसे हो चुके हैं, इस ब्रेकर पर
यह ब्रेकर जब से बनाया गया है तब से अब तक कई हादसे हो चुके हैं। बीते सोमवार को ही होटल ओम कॉप्लेक्स के बगल में परचून का खोखा चलाने वाला युवक 45 वर्षीय विसंभर पुत्र अमर सिंह अपने मित्र की बाइक पर उसके साथ बैठकर खाना का टिफन लेने जा रहा था, तभी अचानक स्पीड ब्रेकर से गुजरते समय वह बाइक से संतुलन बिगड़ जाने से सड़क पर जा गिरा, जिससे उसका हाथ फैक्चर हो गया।
प्रशासन की कवायद बेअसर
शनिवार को जयपुर गैस टैंकर हादसे के बाद जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने सड़कों पर दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था। इसके बावजूद जिमेदारों की अनदेखी जारी है। तकनीकी मापदंडों को दरकिनार कर बनाए गए ऊंचे स्पीड ब्रेकर वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। इस घटना ने जिमेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सड़क सुरक्षा मानकों का पालन न होने से शहर में बड़े हादसों का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन को तत्काल प्रभाव से सड़कों पर बने ऐसे खतरनाक स्पीड ब्रेकर हटाने और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।