जानकारी के अनुसार बजरी परिवहन को रोकने के लिए घाटौली पर नाकाबंदी की गई थी। इस दौरान धौलपुर-भरतपुर मार्ग से गुजरने वाले वाहनों की जांच की जा रही थी। अलसुबह भरतपुर की ओर बजरी खाली कर ट्रेक्टर-ट्रॉली सवार धौलपुर जा रहे थे। जिस पर नाकाबंदी कर रहे पुलिसकर्मियों ने सड़क पर लगाए गए कांटों को खीचकर ट्रेक्टरों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन चार ट्रेक्टर निकल गए।
पुलिस ने पीछे आ रहे दो ट्रेक्टर ट्रॉली को पकडऩे का प्रयास किया। लेकिन वह बेरीकेड्स को टक्कर मार नाकाबंदी से भाग निकले।वापस लौटे बजरी माफिया, मारी टक्करपुलिस द्वारा ट्रेक्टर ट्रॉली पकडऩे की कोशिश किए जाने की जानकारी मिलने पर नाकांबंदी तोड कर धौलपुर की ओर जाने वाले सभी बजरी माफिया यूपी की तरफ से घाटौली की ओर वापस आ गए। इन्होंने आते ही पुलिस जीप को टक्कर मार दी जिसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे। जिस पर करीब आधा दर्जन ट्रेक्टरों पर आए बजरी माफिया ने पुलिस पर करीब आधा दर्जन से ज्यादा फायर कर कर भाग निकले।
इनका कहना है
नाकाबंदी के दौरान भरतपुर की ओर से वापस भरतपुर जा रहे बजरी माफिया ने पुलिस जीप को क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही जान से मारने की नीयत से करीब 8-9 फायर किए। घटना के पश्चात पुलिस को घटना स्थल से 315 बोर के दो कारतूसों के खाली खोके बरामद हुए। जिस पर घाटौली चौकी प्रभारी एएसआई पुष्पेन्द्र सिंह ने मामला दर्ज कराया है।
– भोजाराम, थाना प्रभारी रूपवास