थानाप्रभारी प्रदीपकुमार ने बताया कि सोमवार को संदिग्धावस्था में विवाहिता की मौत के मामले में मृतका के पिता देवीसिंह गुर्जर ने मामला दर्ज कराया है। जिसमें बताया कि तीन पुत्रियों मनीषा, रेखा, वर्षा की शादी 9 जुलाई 2022 को सोनू उसके भाई अरविन्द व विशाल निवासीयान ग्राम कुन्देर के साथ की। शादी में प्रार्थी ने सोनू, अरविन्द, विशाल, रामचरन, केशवत्ती व महेन्द्र निवासी जिन्दपुरा जो प्रार्थी की पुत्रियों का ममिया ससुर है कि मांग पर 18 लाख रूपए नकद पृथक-पृथक तीनों को सम्पूर्ण सामान व 18 तोला सोने के जेवरात दहेज में दिए। लेकिन शादी के बाद से ही उक्त सभी नामजद व्यक्ति प्रार्थी की तीनों पुत्रियों को दहेज के कारण तंग व परेशान करने लगे तथा दहेज में 10 लाख रूपए व कार की मांग करने लगे।
प्रार्थी की पुत्रियों ने जब यह कहा कि हमारे पिता ने अभी-अभी शादी में करीब 35 लाख रूपए खर्च किए हैं। अब उनकी सामर्थ्य नहीं है कि वह 10 लाख रूपए व कार दे सकें। तो उक्त सभी नामजद व्यक्ति प्रार्थी की तीनों पुत्रियों के साथ मारपीट करते व शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। यातनाएं देते व खाना नहीं देते तथा महेन्द्र प्रतिदिन फोन करके अन्य नामजद व्यक्ति से कहता कि इनको मार दो और शादी हो जाएगी व और ज्यादा दहेज मिलेगा। कई बार प्रार्थी पंच पंचायत लेकर गया लेकिन उक्त नामजद व्यक्ति नहीं माने। प्राथी की पुत्रियां ससुराल मायके आती जाती रही। प्रार्थी की पत्नी का जुलाई को इसी गम में हार्ट अटैक से स्वर्गवास हो गया जिसमें तीनों पुत्रियों आई थी।
रेखा की माँ की मृत्यु से 10 दिन पूर्व रेखा का बच्चा हुआ जिसका खर्चा भी प्रार्थी ने वहन किया। उक्त नामजद व्यक्ति रेखा को लेकर नहीं गए व 10 लाख रूपए व कार देने पर ही रेखा को रखने की कहा। इसलिए मजबूरी में रेखा प्रार्थी के घर रह रही है। आज से करीब 10-11 दिन पूर्व मनीषा व वर्षा को प्रार्थी उनकी ससुराल छोड़कर आया है। उसी दिन से विशाल, केशवती, महेन्द्र वर्षा के साथ दहेज की मांग की पूर्ति के लिए मारपीट कर रहे थे। लेकिन मनीषा के पति सोनू व अरविन्द ने विशाल, केशवती व महेन्द्र को कभी नहीं समझाया और 25 अगस्त को विशाल, केशवती, महेंद्र ने रात करीब 11-12 बजे वर्षा से 10 लाख रूपए व कार मांग करते हुए मारपीट की।
तब मनीषा ने बचाया तथा 26 अगस्त को केशवती, विशाल, महेन्द्र ने वर्षा को दहेज की मांग को पूरी नहीं करने के कारण जबरन जहर पिला दिया तथा मारपीट की। जिससे वर्षा की मृत्यु हो गई। मृत्यु प्राय: अवस्था में मनीषा व उसके ससुराल वाले आर.बी.एम. अस्पताल भरतपुर लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने वर्षा को मृत घोषित कर दिया। आर.बी.एम. अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम किया गया। जिस समय वर्षा को मारा गया उस समय वर्षा 4-5 माह की गर्भवती थी व बच्चे की भी मृत्यु अन्दर पेट में ही गई।