प्रदीप सोगरवाल के मकान के बेसमेंट में बरसाती पानी जमा है। बुधवार को वह मजदूरी करने चला गया। घर में उसकी पत्नी श्रीमती बुधवार को दोपहर हादसे से कुछ देर पहले ही 3 वर्षीय ध्रुव तथा उसके तीन माह के छोटे भाई को सुलाने के लिए खाट पर लेटी थी, लेकिन बच्चों को सुलाते- सुलाते श्रीमती को स्वयं को नींद आ गई और इस बीच ध्रुव बोतल से दूध पीते हुए अपनी चचेरी बहन तान्या को ढूंढते- ढूंढते पांच फुट पानी से भरे मकान के बेसमेंट की तरफ चला गया और डूब गया। जब श्रीमती नींद से जागी तो उसने ध्रुव को तलाश किया। अनहोनी की आशंका में उसने जब बेसमेंट में जाकर देखा तो ध्रुव पानी में डूबा दिखाई पड़ा।
परिजनों ने आनन-फानन में उसे बाहर निकाला और जिला आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ध्रुव की मौत की खबर से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। मां सहित अन्य लोगों में हाहाकार मच गया। जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवार ने दीपावली पर ही घर के बेसमेंट से पानी निकाला था, लेकिन बेसमेंट के फर्श के नीचे पानी का स्त्रोत होने से फिर से बेसमेंट में पानी भर गया।
यह समस्या अकेले प्रदीप सोगरवाल की नहीं है। सीपेज होने की समस्या शहर में गंभीर बनी हुई है। शहर में बने मकानों के अधिकांश बेसमेंट में पानी भरा हुआ है। हालांकि उक्त हादसे में मृत बालक का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है। थाना उद्योग नगर प्रभारी हनुमान सहाय ने बताया कि उक्त घटना उनके संज्ञान में नहीं आई है।