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बेतुल

53 हजार हेक्टेयर में ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन से हो सकेगी सिंचाई

अल्पवर्षा की स्थिति के चलते हर साल जिले में जलसंकट खड़ा हो जाता है। जलाशयों में पानी नहीं होने से किसान भी खेतों में सिंचाई नहीं कर पाते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है।

बेतुलJan 10, 2020 / 04:20 pm

Devendra Karande

 ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन से हो सकेगी सिंचाई

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बैतूल। अल्पवर्षा की स्थिति के चलते हर साल जिले में जलसंकट खड़ा हो जाता है। जलाशयों में पानी नहीं होने से किसान भी खेतों में सिंचाई नहीं कर पाते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके प्रचार-प्रसार के लिए भोपाल से बीस रथ भी बुलवाए गए हैं जो जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायतों में जाकर ड्रिप सिंचाई योजना का महत्व किसानों को बताएंगे। खास बात यह है कि किसानों को ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन के लिए प्रोत्साहित करने सरकार ने डायरेक्ट सब्सिडी देने की योजना भी बनाई है। ताकि किसान इन नवीनतम तकनीक को अपनाकर कम पानी में फसलों की सिंचाई कर सकें।
जिले के छह नए जलाशयों में इस योजना को लागू करेंगे
जलसंसाधन विभाग द्वारा जिले में बनाए जा रहे छह नए जलाशयों में प्रस्तावित सिंचाई रकबे में ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन से सिंचाई का नवाचार शुरू करने की योजना बनाई है। बताया गया कि गढ़ा, घोघरी, पारसडोह, मेढ़ाछिंदवाड़, निरगुड़ एवं वर्धा जलाशयों के निर्माण का काम चल रहा है। इन सभी योजनाओं में पाइप लाइन के माध्यम से सिंचाई के लिए किसानों को पानी दिया जाना है। जलाशयों से कुल ५३ हजार हेक्टेयर में सिंचाई संभव हो सकेगी। वर्तमान में सिंचाई में करीब ६५ प्रतिशत पानी बर्बाद हो जाता है। इस पानी को बचाने के लिए किसानों को सब्सिडी अनुदान पर ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन सिस्टम मुहैया कराए जाएंगे ताकि ३० प्रतिशत पानी में ही सिंचाई पूरी हो सके।
प्रचार-प्रसार के लिए दसों जिलों में रथ रवाना हुए
भारत सरकार की ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन तकनीकी का जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने के लिए बुधवार को विधायक निलय डागा द्वारा हरी झंडी दिखाकर प्रचार रथ को रवाना किया गया। कुल २० प्रचार रथ हैं जो जिले की प्रत्येक पंचायतों एवं हाट-बाजारों में जाकर योजना का प्रचार-प्रसार करेंगे। ताकि किसान पानी का महत्व समझकर इस नवीनतम तकनीक को अपनाए। जलसंसाधन विभाग का दावा है कि इसे अपनाने से सिंचाई के लिए पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा। किसान भी बेहतर तरीके से खेती कर सकेंगे।
इनका कहना
– विभाग द्वारा जिन नए जलाशयों का निर्माण कराया जा रहा है उनमें ड्रिप एवं माइक्रो एरिगेशन योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ताकि पानी का सदउपयोग हो सके। विधायक निलय डागा द्वारा योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए प्रचार पथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। यह प्रचार रथ प्रत्येक पंचायतों में जाएंगे।
– एके डेहरिया, अधीक्षण यंत्री जलसंसाधन विभाग बैतूल।

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