40 साल के रवि देशमुख की बगडोना में ही कंप्यूटर शॉप है। वे सामाजिक और राजनीतिक तौर पर बहुत सक्रिय रहते थे और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर बताई जाती है। उनकी मौत से हर कोई हैरान है। एसडीओपी रोशन जैन ने बताया कि रवि देशमुख की सिर में गोली लगने से मौत हुई। यह मर्डर है या सुसाइड केस, फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। पुलिस दोनों ही एंगल से जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह वारदात तब हुई जब रवि देशमुख घर में अकेले थे। उनकी पत्नी और परिजनों के साथ मंदिर गई थी वहीं बेटा स्कूल जाने के लिए निकल चुका था। अपना टिफिन भूल जाने पर बेटा एकाएक घर लौटा तो बेडरूम में पिता रवि देशमुख को पड़ा पाया। उनके सिर से खून बह रहा था जबकि पास में ही एक पिस्टल पड़ी हुई थी। बेटे ने तुरंत ऊपरी मंजिल पर रहने वाले बड़े पापा और पड़ोसियों को बुलाया लेकिन तब तक रवि देशमुख की मौत हो चुकी थी।
रवि देशमुख के परिवार में पत्नी किरण और 13 साल का बेटा तन्मय है। उनके पिता भी साथ ही रहते थे। बिल्डिंग में उनके बड़े भाई का परिवार भी रहता है। एक छोटा भाई इंदौर में जॉब करता है। रवि देशमुख के पिता भी फिलहाल इंदौर में ही हैं।
पाथाखेड़ा पुलिस चौकी प्रभारी वंशज श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की तस्दीक करने और जांच के लिए नर्मदापुरम से फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम बुलवाई गई है। कमरे में बुलेट की तलाश भी की जा रही है। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का केस बताया जा रहा है हालांकि पुलिस अधिकारी अभी आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने से बच रहे हैं।