CG News: ऐसे हुआ मामले का खुलासा
रांका एथेनॉल प्लांट में संपन्न महापंचायत का शोर अभी थम भी नहीं पाया था कि उसके पहले ही पथर्रा में निर्माणाधीन एथेनॉल प्लांट का कर्मचारी शराब तस्करी करते पकड़ा गया। इनमें से ग्रामीणों से बच कर एक तस्कर शराब की पेटी के साथ प्लांट के अन्दर घुसने में सफल रहा। जबकि उसके साथी को
शराब की 5 बोतल के साथ पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया। ग्रामीणों ने अपनी शांति का परिचय देते हुए पुलिस को सूचना देकर उसे पकड़वाया।
प्लांट कर्मियों को ग्रामीणों ने पीटा
विगत दिवस प्लांट के कर्मचारी द्वारा हाई स्कूल की बच्चियों से शराब के नशे में छेड़छाड़ की जा रही थी, जिस पर स्थानीय युवाओं ने इन असामजिक तत्वों की जमकर धुनाई कर दी थी। आनन-फानन में फैक्ट्री प्रबंधन ने इन बदमाशों को भगाकर मामले को दबा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रबंधन गांव के ही बदमाश प्रवृत्ति के लोगों को फैक्ट्री का विरोध करने वालों से लड़वाने का काम कर रही है। सरकार के प्रति बढ़ रही नाराजगी
ऐसी घटना इस क्षेत्र में हर दिन हो रही है, जिससे ग्रामीणों में फैक्ट्री प्रबंधन और शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश पनप रहा है। रांका की महापंचायत द्वारा प्रशासन को फैक्ट्री बंद करने दी गई समय-सीमा समाप्त भी नहीं हुई। फिर भी किसान आंदोलन की व्यापक रणनीति बनाने की प्रक्रिया अंदर खाने चल रही है, जो समय सीमा खत्म होते ही धरातल पर दिखने लगेगी। किसान सरकार का भी विरोध कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने लगाया ये आरोप
CG News: ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिना नंबर प्लेट की गाड़ी में प्रतिदिन शराब की तस्करी की जा रही है। बिना नंबर प्लेट की गाड़ी को देखने के बाद भी पुलिस ने संज्ञान लेने की बजाय नजर अंदाज कर दिया। उल्लेखनीय है कि रांका और पथर्रा में फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के मजदूरों को काम पर रखा गया है, जिनका पुलिस प्रशासन ने वेरिफिकेशन करना भी जरूरी नहीं समझा। जहां ग्रामीण अब फैक्ट्री के साथ-साथ इन असामाजिक तत्वों से भी परेशान हो रहे हैं।