पुजारी रघुनन्दनदास महाराज, रामचरणदास, मनीषदास, दिनेश दास, राजूदास, मुख्य कार्यकर्ता रामेश्वर ताखर, उमेश त्रिवेदी, महेश शर्मा ने बताया कि महायज्ञ को लेकर लगभग सभी तैयारियां अंतिम चरण में है। महायज्ञ में आने वाले श्रद्धालुओं, यजमान, पंडित एवं संत महात्माओं के लिए भोजन प्रसाद बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। महायज्ञ में देशभर से संत महात्मा शिरकत करेंगे।
महायज्ञ में बैठने वाले 321 यजमान जोड़ों एवं 400 विद्वान पंडितों शनिवार शाम को ही त्रिवेणीधाम में पहुंचकर अपना कार्ड लेकर आवास व्यवस्था संभालनी होगी। रविवार सुबह सवा 7 बजे यज्ञाचार्य पंडित दिनेश त्रिवेदी के आचार्यत्व में महायज्ञ को लेकर पूजा प्रारंभ हो जाएगी। पूजा के बाद कलश यात्रा व यज्ञ मंडप प्रवेश कार्यक्रम होगा।
धूड़ाराम पोषवाल, सरपंच मदनसिंह शेखावत ने बताया कि महायज्ञ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तीन वाहन पार्किंग स्थल बिहारीदासजी का कुआं, अजीतगढ़ रोड़ एवं यादव धर्मशाला के समीप में निर्धारित किए गए है।
सुभाष पोषवाल, खेमचंद त्रिवेदी ने बताया कि हलवाई सागरमल सैनी, बाबुलाल सैनी व जगदीश प्रसाद माली के नेतृत्व में नव दिवसीय महायज्ञ में प्रसादी बनाने के लिए करीब 400 से ज्यादा हलवाईयों की टीम जुटी हुई है। शुक्रवार से लड्डू सहित अन्य प्रसादी बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। रोजाना 100 हलवाईयों की टीम 40 से ज्यादा चीणी की बोरियों के लड्डू तैयार करेंगे। भोजन सामग्री बनाने के लिए 32 भटि्टयां तैयार की गई है। साथ ही रोटी बनाने के लिए चार ऑटोमेटिक मशीनें लगाई गई है। एक मशीन एक घंटे में करीब सवा क्विंटल आटे की रोटी तैयार करेगी।