प्रथम अलाईंमेंट : हंसापुरा भांकरोटा, मुकुंदपुरा, महाराजपुरा, गोविंदपुरा-जयचंदपुरा, जयभवानीपुरा, नटलालपुरा, मूंडियारामसर, मूंडिया पुरोहितान, चकरामसर, नंदगांव-बरसाना, कंवरकाबास, कापड़ियावास, रामलाकाबास, कालवाड़, मंडाभोपावास, मुंडोता, महेशवास खुर्द, महेशवास कलां,चकरोजदा, चकजैतपुरा, यादव खेड़ा, दादर बावड़ी, सुदर्शनपुरा, जयरामपुरा, देवगुढा, मुंकदपुरा, कंवरपुरा, अटल बिहारीपुरा,जाहोता, चिमनपुरा, जैतपुरा, चौमूं, अनंतपुरा, मोरिजा, ढाणी गोगोरिया, चीथवाड़ी, ईसरावाला,बिलौंची, कालीघाटी, जैतपुरा खींची, सांगावाला गांव।
हरचंदपुरा, हरध्यानपुरा, दहमीं खुर्द, सांजरिया, बेगस, बसेड़ी, पचार, लालपुरा, चारणवास, मंडा भोपावास, शेरावतपुरा, मुंडोता, नांगल लाडी, यादव खेड़ा, महेशवास कलाॅ, चक रोजदा, चक जैतपुरा, नारदपुरा, दादर बावड़ी, जयरामपुरा, देवगुढा, मुंकदपुरा, कंवरपुरा, जाहोता, चिमनपुरा, जैतपुरा, अनंतपुरा, मोरिजा, चीथवाड़ी, चौंप, पोखरावाला, आंनदपुरा, भींवपुरा, सींगवाना,छापराड़ी, जैतपुरा खींची, अणी, डींगपुर, छापर, भानपुर कलां,नांगल तुलसीदास, बिसोरी, भट्टा वाला, कोल्याणा, खेमावास, रामपुर, इन्द्रगढ़, माला वाला शामिल हैं।
जयपुर अजमेर हाईवे के महलां, नासनोता, झरना, देवला, बोराज, सुरपुरा, चंद्रभानपुरा, बोबास, बुधजीकाबास, बायनियावास, चक बुझजी का बास, गणेशपुरा, गोकुलपुरा, खेड़ी अलूफा, बस्सी नागा, तिबारिया, मंडा भोपावास, सुंदरियावास, शेरावतपुरा, बुगालिया, चंदपुरा जाटान, नांगललाडी, राधाकिशनपुरा, सिरसी, यादव खेड़ा, श्रीपुरा, सुदर्शनपुरा,बांस बावड़ी, देवगुढा, मोडी, अटल बिहारीपुरा, जाहोता, चिमनपुरा, भट्टों की गली, आंकेड़ा चौड़, रामपुरा, भूरथल, अनंतपुरा, रिसानी, चीथवाड़ी, चौंप, ईसरावाला, पोखरावाला, बिलौंची, कालीघाटी, जैतपुरा खींची, सांगावाला शामिल हैं।
जयपुर रिंग रोड उत्तरी काॅरिडोर के लिए तीसरे अलाईंमेंट के तहत इस रूट का हवाई और ड्रोन सर्वे हुआ। ग्रामीण रवीन्द्र यादव, शिशपाल घासल आदि ने बताया कि पिछले दिनों इस रूट पर विस्तारित ड्रोन सर्वे हुआ था। यह गांव शहरी सीमा से दूरी पर होने से रिंग रोड निर्माण के लिए उचित हो सकते हैं। वहीं प्रथम अलाईंमेंट वाले क्षेत्र में शहरी आबादी एकदम नजदीक आ चुकी है। ऐसे में तीसरा अलाइनमेंट रिंग रोड के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। अभी ग्रामीण असमंजस में है कि रिंग रोड कहां से निकलेगी। इसकी तस्वीर उस समय साफ होगी जब भूमि अवाप्ति के नोटिस किसानों के पास आएंगे।