राजस्थान चुनाव 2023: भाषण का अभ्यास कर रहे नेताजी, इवेंट कंपनियां सिखा रहीं गुर
बस्सी:-भाजपा एसटी आयोग के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके जितेन्द्र मीना बस्सी विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी जता रहे थे, लेकिन पार्टी ने रिटायर्ड आईएएस चन्द्रमोहन मीना पर भरोसा जताते हुए प्रत्याशी बना दिया, जिससे खफा होकर वे बागी होकर निर्दलीय चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इससे भाजपा को नुकसान हो सकता है।
चाकसू:-विधानसभा सीट चाकसू पर भाजपा से टिकट मांग रहे विकेश खोलिया ने भी अबकी बार आरएलपी का प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है। इससे भाजपा की टेंशन बढ़ी हुई है।
जमवारामगढ़:-कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने नाराज सुमन मीणा ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है, जो कांग्रेस के लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं।
चौमूं:-विधानसभा चौमू से कांग्रेस ओबीसी विभाग के प्रदेश सचिव रह चुके कैलाशराज सैनी को टिकट नहीं मिला तो वह बसपा का दामन थाम कर सोमवार को नामांकन दाखिल कर चुनावी रण में उतर गए हैं। इससे कांग्रेस में बेचैनी बढ़ गई है।
झोटवाड़ा:-झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत और आशुसिंह ने स्वतंत्र प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है।
शाहपुरा:-शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में पांच साल पहले भी कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर आलोक बेनीवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी। एक बार फिर से कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो वे दुबारा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
कोटपूतली:-कोटपूतली विधानसभा सीट पर वर्ष 2018 के भाजपा प्रत्याशी रहे मुकेश गोयल ने इस बार पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर नामांकन दाखिल किया है।
विराटनगर:-कांग्रेस के दिग्गन नेता और पूर्व विधायक रहे रामचंद्र सराधना कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) में शामिल हो गए और अब चुनाव लड़ रहे हैं।
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बागी बिगाड़ चुके हैं खेल
बस्सी विधानसभा के इतिहास में बागी पहले भी भाजपा व कांग्रेस का खेल बिगाड़ चुके हैं। वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण मीना को पार्टी ने 2013 में टिकट दिया था, वे चुनाव हार गए थे। फिर 2018 में कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन दौलत मीना को टिकट दे दिया तो लक्ष्मण मीना निर्दलीय चुनाव जीत गए। लेकिन इस बार कांग्रेस ने लक्ष्मण मीना को टिकट दे दिया है।