scriptडिजिटल अरेस्ट की बढ़ रही घटनाएं, सोशल मीडिया पर अनजान वीडियो कॉल करने से बचे | Cyber ​​fraud incidents are increasing rapidly | Patrika News
बस्सी

डिजिटल अरेस्ट की बढ़ रही घटनाएं, सोशल मीडिया पर अनजान वीडियो कॉल करने से बचे

पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत टॉक शो में लोगों ने जागरूकता पर दिया जोर

बस्सीDec 11, 2024 / 05:01 pm

vinod sharma

Cyber ​​fraud

पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत टॉक शो में लोगों ने जागरूकता पर दिया जोर

साइबर ठगी ग्रामीण क्षेत्र में भी तेजी से पांव पसार रही रही है। जागरूकता के अभाव में ठग लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी कर रहे हैं। कुछ लोगों ने साइबर अपराध शाखा में जाकर घटना की रिपोर्ट देकर अपराधियों पर कार्रवाई की मांग भी करते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में वहां तक नहीं पहुंच पाते। राजस्थान पत्रिका के ऑपरेशन रक्षा कवच अभियान के तहत शहर के गंगा मार्केट स्थित शिव बगीची परिसर में टॉक शो का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों ने साइबर अपराध की रोकथाम की पहल पर चर्चा की। लोगों ने कहा कि सरकार को सभी पुलिस थानों में साइबर अपराध से संबंधित हेल्पलाइन या हेल्प डेस्क बनाना चाहिए ताकि पीड़ितों की त्वरित सुनवाई हो सके। पुलिस एवं बैंक अधिकारियों को भी साइबर अपराधों से आमजन को बचाने के लिए व्यापक स्तर पर जन जागरूकता के कार्यक्रम चलाने चाहिए।
साइबर ठगी होने पर 1930 पर कॉल करके शिकायत करें…
साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत कॉल करके शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही है। हमें सोशल मीडिया पर अनजान वीडियो कॉल करने से बचना चाहिए। प्रोफेसर प्रकाश चंद ढबास, मुकेश माटोलिया, राजेंद्र शर्मा, मन्नालाल सैनी, सीताराम मेहरा, दिनेश माधोपुरिया, मोहनलाल खूंटेटा आदि ने कहा कि पत्रिका साइबर ठगों का पर्दाफाश कर लोगों को ठगी से बचाने की मुहिम छेड़ रखी है। जिससे कई लोग ठगी का शिकार होने से भी बचे हैं। पत्रिका निडरता के साथ साइबर ठगों और अपराधियों के समक्ष पहुंचकर आमजन को जागरूक करने का सराहनीय कार्य कर रहा है। सरकार को भी साइबर ठगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई कर आमजन को राहत प्रदान करनी चाहिए।
इनका कहना है…
पत्रिका के जन सरोकार कार्य के साथ चलने वाले अभियान आमजन के कवच बने हुए हैं। इसके साथ ही साइबर ठगी से बचने के लिए हमें निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के साथ पेन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर की जानकारी दूसरे को साझा नहीं करें।
राजेश मंडोवरा, सामाजिक कार्यकर्ता
पुलिस कार्यप्रणाली में बीट अधिकारी का अहम योगदान है। ऐसे में वह आमजन के बीच जाकर अपराधों पर चर्चा करें ताकि लोग अपराधियों का षड़यंत्र समझ सकें। साथ ही साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता के कार्यक्रम भी चलाने चाहिए।
राधेश्याम सैनी, पूर्व पार्षद
सोशल मीडिया पर अपनी निजी व्यक्तिगत जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए। अनजान वीडियो कॉल भी नहीं उठानी चाहिए। साइबर ठगी की वारदात का शिकार होने तुरंत पुलिस को सूचना देवे ताकि अपराध पर अंकुश लग सकें।
मुकेश माटोलिया, मार्केटिंग मैनेजर
मोबाइल फोन पर किसी को भी ओटीपी व एटीएम कार्ड संबंधित जानकारी नहीं बतानी चाहिए। बैंक अधिकारी कभी ऐसे जानकारी नहीं मांगते हैं। हमें मोबाइल पर आए अनजान लिंक व मैसेज को खोलने से भी बचना चाहिए। आमजन कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में लालच में फंसकर ही साइबर ठगी का शिकार हो रहे है।
प्रदीप गुप्ता, कर सलाहकार
साइबर अपराधी नई नई तकनीकी का इस्तेमाल कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसको रोकने के लिए पुलिस को भी नई तकनीकी का इस्तेमाल करना होगा। जन जागरूकता के कार्यक्रम चलाने चाहिए।
सुरेशचंद सैनी, व्यापारी

Hindi News / Bassi / डिजिटल अरेस्ट की बढ़ रही घटनाएं, सोशल मीडिया पर अनजान वीडियो कॉल करने से बचे

ट्रेंडिंग वीडियो