दरअसल इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि सड़क जर्जर होने और नाले के उफान पर होने के कारण गर्भवती को कपड़े में लपेट कर बांसों के सहारे गर्भवती को कंधे पर लटकाते हुए कुछ लोग नाला पार कर रहे हैं। प्रसव पीड़ा से तड़पती इस महिला को लेने एंबुलेंस सिर्फ इसलिए नहीं जा सकी, क्योंकि उसके घर तक पहुंचने वाली सड़क बारिश में कहीं खो चुकी थी। पास ही बहते नाले का पानी उफान पर था। नाले को पार करते हुए ही अस्पताल ले जाते समय ही महिला की रास्ते में ही डिलिवरी हो गई।
अफसोस और हैरान कर देने वाली यह तस्वीर है मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की। यहां 27 साल की एक गर्भवती ने सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म दिया। जिले के पनसेमल तहसील के खमघाट गांव की इस घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि कुछ लोग उसे चादर में लपेट कर अस्पताल पहुंचाने की जुगत में लगे हैं।
खराब सड़क के कारण नहीं पहुंची एंबुलेंस
महिला के भाई ठाकुर का कहना है कि उसकी बहन को प्रसव पीड़ा हुई थी। इसके बाद एंबुलेंस को बुलाया गया था। लेकिन खराब सड़क और नाले के ओवरफ्लो होने की वजह से एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी। इसकी वजह से रास्ते में ही उसने बच्चे को जन्म दिया। बांस के सहारे लटकी महिला को लेकर ये लोग करीब तीन से चार किलोमीटर तक पैदल गए। इसके बाद एंबुलेंस मिली और महिला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच सकी। शुरुआती इलाज के बाद महिला को बड़वानी के जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पनसेमल के चिकित्सक का कहना है कि महिला को एंबुलेंस में लाया गया। बीच रास्ते मेंं ही वह बच्चे को जन्म दे चुकी थी। प्राथमिक उपचार के बाद उन्होंने महिला और उसके बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया था।
मां-बच्चा दोनों स्वस्थ, फिर भी जताया आक्रोश
महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों का कहना था कि मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। लेकिन किसी अनहोनी के डर से वे लोग सरकारी व्यवस्थाओं पर आक्रोश दिखाते भी नजर आए। महिला के भाई ठाकुर का कहना था कि ग्रामीण कई बार सड़क बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जाती, कोई ध्यान नहीं देता। उनका आरोप था कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, उसके गांव की कई महिलाएं ऐसी हैं, जिन्होंने सड़क के अभाव में जैसे-तैसे अस्पताल जाने की राह चुनी और अस्पताल पहुंचने से पहले बीच रास्ते में ही उन्होंने अपने बच्चों को जन्म दिया।
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